मुंबई। कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। इसके बीच लोगों को यह रियल फ्रंटलाइन वॉरियर फ्री में ऑटोरिक्शा से मंजिल तक पहुंचा रही है। यह महिला ऑटोरिक्शा चालक मुंबई में चल रहे लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को मुफ्त में यात्रा करवा रही है।
शीतल शिरोडे का यह बहादुरी भरा जज्बा पूरे देश में चर्चा का विषय बना
शीतल शिरोडे का यह बहादुरी भरा जज्बा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस काम की कई लोग सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ भी कर रहे हैं। शीतल शिरोडे बताती हैं कि रास्ते में चलते हुए अगर कोई मिलता है। तो उस जरूरतमंद की जरूर करती मदद हैं।
Mumbai: A woman auto-rickshaw driver,Shital Sarode is giving free rides to needy amid #CoronaLockdown.She says, "It's hard to find vehicles even for important work.I've not given my contact for anyone to reach me, but If I come across someone who needs help,I drop them.". (20.04) pic.twitter.com/ogf72dxeEQ
— ANI (@ANI) April 20, 2020
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मुंबई कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय शहरों में से एक
बता दें कि मुंबई कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय शहरों में से एक है। इस दौरान यहां पर शीतल शिरोडे का मदद करने का अंदाज लोगों को बहुत भा रहा है। उन्होंने बताया कि कोई उन्हें पहले से फोन करके किसी काम के लिए बुक नहीं करता है। वह केवल उन्हीं लोगों की मदद करती हैं, जिन्हें रास्ते में चलते हुए जरूरतमंद समझती हैं और उन्हें वाकई मदद की जरूरत होती है।
ऑटोरिक्शा चलाते वक्त पीपीई पहनना नहीं भूलती हैं शीतल
शीतल रिक्शा चलाते हुए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी पीपीई पहनने का ख्याल जरूर रखती हैं। इससे पहले वे अपने परिवार के खर्च को चलाने के लिए रिक्शा चलाया करती थीं, लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह जरूरतमंद लोगों की उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद कर रही हैं, वह भी बिना कोई पैसा लिए।
किसी को नहीं दिया है कॉन्टेक्ट नंबर
कुछ दिन पहले शीतल ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा था कि जरूरत पड़ने पर भी वाहन का मिलना मुश्किल हो गया है। मुझ तक पहुंचने के लिए किसी को मैंने अपना कॉन्टेक्ट हीं दिया है, लेकिन अगर मुझे किसी ऐसे के बारे में पता चलता है, जिसे मदद की जरूरत है। तो मैं उन्हें मंजिल तक जरूर छोड़ती हूं।