रामगोविंद चौधरी (Ram Govind Choudhary) ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण केवल भ्रमित करने वाला, जनता की अपेक्षाओं और आशाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। उनके अभिभाषण से किसान, गरीब, रोजगार और मध्यमवर्ग को निराशा हुई है। नेता प्रतिपक्ष (Ram Govind Choudhary) ने कहा कि भाजपा सरकार कहती है कि सबका साथ सबका विकास, लेकिन करती है कुछ का साथ कुछ का विकास।
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उन्होंने (Ram Govind Choudhary) कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में गरीब, नौजवान, वृद्ध, ग्रामीण, कर्मचारियों और व्यापारियों के कल्याण की कोई भी ठोस कार्ययोजना दिखाई नहीं दी है। आर्थिक मंदी से देश-प्रदेश की जनता परेशान है। विकास के कार्य ठप पड़े हैं। उन्होंने (Ram Govind Choudhary) कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण का निर्धारित समय से साढ़े सात मिनट की देर से शुरू हुआ। राज्यपाल अभिभाषण पढ़ना नहीं चाह रही थीं. इसलिए उन्हें यहां आने में देर हुई।
कोरोना काल में हुआ भ्रष्टाचार
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी(Ram Govind Choudhary) ने कहा कि देश में प्लेग जैसी बीमारी आई थी। लाखों लोगों की मौत हुई थी। तब लॉकडाउन घोषित नहीं हुआ था। चेचक की बीमारी से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। तब भी लॉकडाउन नहीं लगा था। इस कोरोना काल में मुख्यमंत्री की देश और दुनिया में प्रशंसा हुई, इसके लिए बधाई। इन्होंने मेहनत की, इसके लिये मुख्यमंत्री को धन्यवाद।
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रामगोविंद चौधरी(Ram Govind Choudhary) ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री खुद ईमानदार हो सकते हैं, लेकिन कोरोना काल में भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार का मुद्दा इनके विधायकों ने खुद उठाया है।जब भी प्रदेश में ऐसी महामारी आई है, तब सरकार ने विपक्ष को साथ लेकर योजना बनाई ह। इस सरकार ने ऐसा नहीं किया। इस पर हमने सीएम को डेढ़ पेज का पत्र लिखा है।
पत्रकारों को भी पेंशन मिलनी चाहिए
रामगोविंद चौधरी (Ram Govind Choudhary) ने कहा कि पत्रकारों को भी कोरोना योद्धा घोषित करने के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा गया था। पत्रकारों की कोरोना से मौत पर कम से कम 25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की मांग की गई थी। नेता प्रतिपक्ष (Ram Govind Choudhary) ने कहा कि न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका को पेंशन की व्यवस्था है, तो फिर चौथे स्तंभ के लिए क्यों नहीं? पत्रकारों को भी पेंशन मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट
सदन में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी(Ram Govind Choudhary) ने कहा कि किसान आंदोलन कर रहे हैं, वे परेशान हैं. किसान कहता है कि तीनों कृषि कानून उनके लिए डेथ वारंट जैसे हैं. सत्ता को आंदोलन के दौरान किसानों का खाना अच्छा नहीं लग रहा। सरकार के लोग कहते हैं कि आंदोलन कर रहे किसान जलेबी, पिज्जा और मलाई खा रहे हैं। मैं पूछता हूं कि किसान क्यों नहीं खा सकता ? वही तो अन्न पैदा करता है।