पका ही नहीं कच्चा आम लीवर के लिए है रामबाण, जानें कैसे

845 0

लखनऊ डेस्क। गर्मियों में लोग कच्चे आम की चटनी, पन्ना आदि बना कर पीते हैं कच्चे आम को किसी भी रूप में खाया जाए यह फायदेमंद ही होता है क्योंकि इसे उबालने या पकाने के बाद भी पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं। तो आइए आज आम के इन्हीं फायदों को जानें कि कौन सी बीमारी में ये कारगर है।

ये भी पढ़ें :-सोने से पहले दूध में डालकर पीएं देसी घी, इन बीमारियों की होगी छुट्टी 

1-कच्चे आम खाने से आंतों को सबसे ज्यादा फायदा होता है। इसके खाने से आंत साफ होती है और आंत जब बेहतर काम करने लायक होती है तो उससे बाइल जूस खूब निकलता है जो लीवर बेहतर बनता है। कच्चे आम में विटामिन सी बहुत होता है और ये शरीर को डिटॉक्स करने का भी काम करता है। ये कैंसररोधी भी होता है।

2-कच्चे आम में पेक्टिन होता है, साथ ही इसमें विटामिन सी और फाइबर भी होता है। तीनों मिलकर कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करते हैं। इतना ही नहीं ये ट्राईग्लिसराइड्स को कम कर गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मददगार होता है।

3-गर्मी में केवल धूप, तपिश या लू से ही कच्चा आम नहीं बचाता बल्कि पेट की गर्मी और डायरिया आदि में भी आम बेहद कारगर दवा की तरह काम करता है। इसका पन्ना बार-बार पीने से शरीर में अगर लू लग गई हो या पानी की कमी हुई हो तो वह आसानी से दूर हो जाती है।

Related Post

एटीएस को सौदागार सदर की पत्नी की तलाश

एटीएस को सौदागार सदर की पत्नी की तलाश

Posted by - March 30, 2021 0
जाली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले तस्करों ने लॉकाडाउन के बाद सूबे में एक बार फिर अपनी जड़ें मजबूत करनी शुरू कर दी है। इसका खुलासा आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा पांच दिन पूर्व नोएडा से गिरफ्तार किये गये जाली नोटों के सौदागर सदर अली ने पूछताछ में किया है एटीएस को सदर की फरार पत्नी की सरगर्मी से तलाश है उस पर पच्चीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है इसके साथ ही एटीएस सदर के अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह की ब्रेन हैमरेज से हुई मौत एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सदर अली की पत्नी मुमताज की तलाश में टीमें लगायी गयी हैं। गिरफ्तार किये गये सदर अली ने अपना नेटवर्क बरेली, कानपुर नगर व लखनऊ समेत अन्य शहरों में फैला रखा था। वह यूपी के कई तस्करों को पाकिस्तान से आने वाले जाली नोटों की सप्लाई करता था। बीते कुछ माह में भी नकली नोटों की सप्लाई किए जाने के तथ्य सामने आए हैं। सदर के जरिये इस गिरोह से जुड़े सप्लायरों की तलाश की जा रही है। पूर्व में पकड़े गए कई तस्करों के बारे में भी पड़ताल शुरू की गई है। गिरफ्तार किये गये तस्कर सदर से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यूपी में बांदा से जुड़े कई गिरोह पश्चिम बंगाल से जाली नोट लाकर उनकी सप्लाई लखनऊ समेत अन्य शहरों, एनसीआर व दिल्ली तक कर रहे हैं। पूर्व में इस गिरोह के कई सदस्य पूर्व में पकड़े भी जा चुके हैं। उनसे भी पूछताछ में सामने आया था कि जाली नोट पाकिस्तान से बंगलादेश व नेपाल के जरिये यहां सप्लाई किए जा रहे हैं।गौरतलब है कि जाली नोटों की तस्करी में वांछित चल रहे मालदा (पश्चिम बंगाल) निवासी 25 हजार रुपये के इनामी सदर अली को 24 मार्च को एटीएस ने नोएडा के महामाया फ्लाई ओवर के पास गरिफ्तार किया था। रेलवे ट्रैक पर मिला महिला का शव…