उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। किसानों की इस महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। बड़ी संख्या में उमड़े किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की. इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
We take a pledge that we'll not leave the protest site there (at Delhi borders) even if our graveyard is made there. We will lay down our lives if needed, but will not leave the protest site until we emerge victorious: BKU (Arajnaitik) leader Rakesh Tikait at Kisan Mahapanchayat https://t.co/9v8dekM3vB pic.twitter.com/1pbp5ikQ8P
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2021
उन्होंने कहा कि 28 तारीख को भी याद कर लेना, उस रात को कोई नहीं बचना था। आंदोलन का कत्लेआम होना था। आठ हजार की संख्या में पहुंची पुलिस की आंदोलन पर कब्जा करने की नीयत थी। लेकिन जब देश की जनता साथ में खड़ी हुई तो आंदोलन बचा। ये सरकारें अगर हमारी कब्रगाह वहां बनाएगी, तब भी हम गाजीपुर बॉर्डर नहीं छोड़ेगे। आंदोलन जीतकर आएंगे, तभी वापस आएंगे। इस तरह की सरकारें देश में दंगे करवाने का काम करेंगी।
पहले जब टिकैत थे, तो हर-हर महादेव व अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगते थे, अब भी ये हमेशा लगते रहेंगे। ये तोड़ने का काम करेंगे, हम जोड़ने का काम करेंगे। ये देश हमारा है, प्रदेश हमारा है। आप तैयार रहना। राकेश टिकैत ने कहा कि जब भारत सरकार हमें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, हम जाएंगे। जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। आजादी का संघर्ष 90 साल तक चला, इसलिए मुझे नहीं पता कि यह आंदोलन कब तक चलेगा।
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किसान जाता तो वहां जाता, जहां कानून बनते हैं। लाल किले पर आप धोखे से लेकर गए हमें। कोई एजेंसी बोलने को तैयार नहीं। सभी एजेंसियों के साथ ही कलम व कैमरे पर भी इनका पहरा है। किसी की हिम्मत नहीं, जो इन्हें सच दिखा दे। किसी कीमत पर वहां से जाएंगे नहीं, 450 रुपये क्विंटल भाव गन्ने का चाहिए। हमें फसलों पर एमएसपी की गारंटी चाहिए। 2022 में फसलों के रेट दोगुने होंगे, पहली जनवरी से फसलों को दोगुने रेट पर बेचेंगे। 20 लाख से ज्यादा लोग मुजफ्फरनगर की धरती पर आए हैं, उन सभी का धन्यवाद।