भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उत्तराखंड में मजबूत भू-कानून का समर्थन किया है। राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार बाहरी लोगों को जमीन बेच कर प्रदेश को बेचने काम कर रही है।बुधवार को टिकैत देहरादून में मौजूद रहे। यहां उन्होंने मजबूत भू-कानून का समर्थन किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर प्रदेश में विलेज टूरिज्म पॉलिसी लागू करने की मांग की।
वहीं ट्रांसपोर्ट पॉलिसी लागू करते हुए ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करने वालों पर सब्सिडी देने की मांग भी की। उन्होंने चीन-बॉर्डर के समीप स्थिति गांवों को अलग जोन बनाने और उनके संरक्षण के लिए अलग नीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैदानी इलाकों के लोगों को पहाड़ों में सेवा देने पर कई लाभ दिए जाते हैं। इसी तरह हिल पॉलिसी के तहत पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा सुविधाएं दी जानी चाहिए। ताकि पलायन पर रोक लगाई जा सके।
इस दौरान टिकैत ने केंद्र सरकार से नए कृषि कानून वापस लेने की मांग भी की। कहा कि कानून वापस नहीं लिए जाने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि उत्तराखंड सरकार भी अगर किसानों की मांगों पर करवाई नहीं करती है तो आंदोलन के लिए तैयार रहे।बता दें कि काफी समय से उत्तराखंड में मजबूत भू-कानून की मांग चल रही है। यह मुद्दा सोशल मीडिया से उठा था और अब राजनीतिक पार्टियों ने इसे बढ़ा मुद्दा बना लिया है।
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उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू करने, मसूरी में वन टाइम सेटलमेंट योजना, सेंट मैरी इनडोर और आउटडोर अस्पताल फिर से शुरू करने सहित कई मांगों को लेकर राज्य आंदोनलकारियों ने शहीद स्थल पर प्रदर्शन किया था। आंदोलनकारियों ने मसूरी शहीद स्थल से लाईब्रेरी बस अड्डे तक रैली निकाली थी। वहीं भू-कानून सहित अन्य मांगों को लेकर राजधानी देहरादून में राज्य आंदोनलकारियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच भी किया था।