राजस्थान सरकार के भीतर मची अंतर्कलह के बीच प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने कहा- कई मंत्री इस्तीफा देकर संगठन के लिए काम करना चाहते हैं। उनके इस बयान के बाद राजस्थान की राजनीति में एकबार फिर से नए कयास लगने लगे, लोग सचिन पायलट के पक्ष को मजबूत बता रहे हैं। जयपुर में अजय माकन ने 115 विधायकों के साथ बातचीत की, इसमें सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट एवं गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल हैं।
माकन ने कहा- पार्टी के सभी विधायक संतुष्ट हैं, पार्टी के पदाधिकारियों ने भी संतुष्टि जताते हुए सरकार के विकास कार्यों का प्रचार करने की बात कही। गौरतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी दो भागों में बंट गई है, हालांकि बाहर से सबकुछ सही नजर आता है पर अंदर से खड़बड़ाहट है। आज पीसीसी में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा कि उन्होंने 115 विधायकों से बात की है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और विधानसभाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से भी बात हुई है।
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सरकार और संगठन में बेहतर समन्वय पर चर्चा हुई। 2023 में सरकार को कैसे वापस ला सकते हैं इस पर चर्चा की गई है। माकन ने कहा कि हर विधायक ने विकास कार्य के बारे में बताया है। विधायक संतुष्ट हैं। यही बात आज पदाधिकारियों ने कही है. सरकार के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाएंगे। माकन ने कहा कि हर व्यक्ति की अपेक्षाएं होती हैं। ऐसे भी विधायक और ओहदेदार मिले जो संगठन के लिए मंत्री पद छोड़ने को भी तैयार हैं. हमें ऐसे लोगों पर गर्व है। बकौल माकन मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों पर भी चर्चा हुई। अच्छे लोगों की अच्छे स्तर पर नियुक्तियां जल्द होंगी. सभी को आलाकमान पर पूरा विश्वास है। जो आलाकमान तय करेगा वो सबको मंजूर होगा. दिल्ली में रिपोर्ट सौंपने के सवाल पर माकन ने कहा कि मैं ही दिल्ली हूं।