नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने लोकसभा में राफेल के मुद्दे को एक बार फिर उठाते हुए प्रधानमंत्री पर हमला बोला था वही इसपर पलटवार करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने देश को निराश किया है। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों का स्वभाव ही सच को नापसंद करना होता है। राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती कैसे दे सकते हैं?’इसके बाद जेटली ने कहा कि कुछ लोग केवल पैसों की भाषा समझते हैं. जेटली ने कहा कि कई रक्षा सौदों के षड्यंत्रकारियों का यह दुस्साहस है कि वे दूसरों पर सवाल उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर चर्चा के दौरान आरोप लगाया था कि इस मामले में ‘पूरी दाल काली’ है और अब पूरा देश प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहा है कि किसके कहने पर राफेल का सौदा बदला गया। उन्होंने दावा किया कि संयुक्त संसदीय समिति की जांच से ही इस मामले में ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों का स्वभाव ही सच को नापसंद करना होता है. इनकी (गांधी परिवार) विरासत यही रही है. यह सिलसिला सेंट किट्स मामले से शुरू होता है। इसमें भी इनकी बात गलत निकली। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति मैक्रो के संदर्भ में भी जो बात कही, उसे गलत बताया गया। राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती कैसे दे सकते हैं?’
अरुण जेटली ने बोफोर्स मामले के बिचौलिए ओतावियो क्वातरोची का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, ‘जब राहुल छोटे थे तो क्या वे ‘क्यू’ की गोद में खेला करते थे? यह नाम अक्सर भ्रष्ट सौदे के दौरान आता रहता है। 2008 में लिखे गए पत्रों में मिसेज गांधी, ‘आर’ और इटेलियन महिला का जिक्र क्यों है? ऐसा इसलिए क्योंकि ये केवल पैसों की भाषा ही समझते हैं। नेशनल हेराल्ड मामला क्या है? इस मामले में गांधी परिवार के सदस्य जमानत पर चल रहे हैं। ‘
जेटली ने कहा कि आज ये कोई टेप लेकर आए हैं और इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह गलत है। यह पूरी तरह से मनगढंत है। ये बातें गलत और त्रुटिपूर्ण हैं। वित्त मंत्री ने गांधी परिवार पर निशाना साधने के लिये बोफोर्स, अगस्ता वेस्टलैंड और नेशनल हेराल्ड मामले का उल्लेख किया। वित्त मंत्री ने कहा कि बोफोर्स मामले में ‘क्यू’ के संदर्भ में यह बात सामने आई थी कि इन्हें हर कीमत पर बचाया जाना चाहिए। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसलिये इन्हें संक्षेपण और कौमा तथा अंकगणित की समझ ज्यादा है।