नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति द्वारा खर्च की औसत राशि में गिरावट को लेकर शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘ मोदीनॉमिक्स ‘ (मोदी के अर्थशास्त्र) ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है।राहुल गांधी ने कहा कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है।
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‘ मोदीनॉमिक्स ‘ ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है
गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया है जिसमें राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़े का जिक्र करते हुए कहा गया है कि भारत में 2011-12 में एक व्यक्ति द्वारा खर्च की गई औसत राशि 1501 रुपये थी, जो 2017-18 में 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1446 रुपये हो गई।
Modinomics stinks so bad, the Govt has to hide its own reports. pic.twitter.com/mnXXBEQEFM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 15, 2019
रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल ने ट्वीट किया कि ‘ मोदीनॉमिक्स ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है। इस रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति मासिक खपत व्यय (एमपीसीई) के आंकड़े वास्तविक संदर्भ में हैं। यानी इन्हें 2009-10 को आधार वर्ष मानकर महंगाई के हिसाब से समायोजित किया गया था। 2011-12 में वास्तविक एमपीसीई दो साल की अवधि में 13 फीसदी बढ़ा था।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट से एक बार फिर साबित हो गया है कि नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई। इसके अलावा जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचा दिया है।