पुडुचेरी। पुडुचेरी विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। छात्रा का आरोप है कि हिजाब पहनने की वजह से दीक्षांत समारोह में शामिल होने के कारण रोक दिया गया। जबकि छात्रा स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में शामिल थी। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिरकत की थी। उसका कहना है कि उसे राष्ट्रपति के जाने के बाद कार्यक्रम में जाने की अनुमति दी गई।
बता दें कि केरल से ताल्लुक रखने वाली इस छात्रा का नाम रबीहा अब्दुरेहीम है। छात्रा विश्वविद्यालय से जन संचार विषय में परास्नातक की पढ़ाई की है। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए स्वर्ण पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया था।
Rabeeha Abdurehim: I don't know why I was sent out. But I learnt when the students inside asked police they said maybe it is because she is wearing scarf in a different way. That could also be the reason why they sent me out but nobody told me blatantly on my face. https://t.co/Kzn7xvJqmn
— ANI (@ANI) December 24, 2019
छात्र का दावा है कि उसे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कार्यक्रम की शुरुआत से पहले ऑडिटोरियम से बाहर जाने को कहा। उन्हें राष्ट्रपति के जाने के बाद ही ऑडिटोरियम में जाने की अनुमति मिली। यहां राष्ट्रपति के जाने के बाद भी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देने का कार्यक्रम जारी रहा था।
छात्रा ने कहा कि उन्हें इसकी वास्तविक जानकारी नहीं है कि उन्हें क्यों पुलिस अधिकारी ने बाहर जाने को कहा था, लेकिन मुझे पता चला है कि जब अदंर मौजूद छात्रों ने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि शायद उसने हिजाब पहना है।
छात्रा ने बताया कि उन्होंने अपनी डिग्री ले ली है, लेकिन संशोधित नागरिकता के विरोध में प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए स्वर्ण पदक लेने से इनकार कर दिया है। हालांकि विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है कि बाहर क्या हुआ है।