आगरा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार रात 11 बजे आगरा पहुंची। यहां उन्होंने अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मुलाकात की। प्रियंका ने अरुण की पत्नी और मां से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। इस दौरान प्रियंका ने अरुण के परिजनों को 30 लाख रुपए की आर्थिक मदद और केस लड़ने में पूरी कानूनी मदद देने की घोषणा की। कथित तौर पर अरुण की मौत पुलिस हिरासत में हुई।
बड़ी बेरहमी से की गई पिटाई- प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनसे परिवार वालों ने कहा कि, अरुण को इलेक्ट्रिक शॉक देकर मारा गया। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया कि उनके परिवार से करीब वाल्मीकि समाज के 17 से 18 लोगों को पुलिस ने उठाया और उनकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की गई। अरुण की बीवी ने मुझे बताया कि सिर्फ पुरुषों ने ही नहीं बल्कि महिलाओं ने भी उनकी पिटाई की। उनके पति को बड़ी बेरहमी से पीटा गया है, उनके हाथों को बांधकर उन्हें मारा गया है.
प्रियंका ने कहा, परिवार का आरोप है कि वे 2 बजे अरुण से मिले थे, लेकिन 2:30 बजे जानकारी दी गई कि अरुण की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के वक्त परिवार का एक भी सदस्य मौजूद नहीं था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी परिवार को नहीं सौंपी गई।
प्रियंका ने यूपी सरकार पर उठाए सवाल
प्रियंका ने यूपी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, यह किस तरीके का देश बना रहे हैं हम। क्या किसी के लिए इस देश में न्याय नहीं है। न्याय सिर्फ मंत्रियों के लिए जिनके बेटे अन्याय करते हैं सरकार चुप क्यों हैं? परिवार का आरोप है कि हमें 10 लाख रूपए लेकर चुप रहने के लिए बोला गया लेकिन हमें न्याय चाहिए।