देहारादून। राममंदिर आन्दोलन में अग्रिम पंक्ति के नेता रहे विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व अध्यक्ष डाक्टर प्रवीण भाई तोगड़िया (Praveen Togadia) आज सात जनवरी,2023 शनिवार को सायंकाल 04.00 बजे उत्तराखण्ड के देहरादून में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती भारतीय-जनसंघ के स्थापना एवम प्रेरणा-पुरुष पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के प्रपौत्र प्रख्यात न्यायविद चन्द्रशेखर पण्डित भुवनेश्वर दयाल उपाध्याय (CS Upadhyay) के आवास पर पहुँचे ।
तोगड़िया ने देश की शीर्ष-अदालतों में हिन्दी एवम् अन्य भारतीय भाषाओं में कामकाज शुरू कराने एवम् निर्णय भी पारित किये जाने हेतु उपाध्याय के नेतृत्व में चलाये जा रहे ‘हिन्दी से न्याय ‘ (Hindi se Nyay) इस देशव्यापी अभियान को अपने दल का पूर्ण समर्थन प्रदान किया एवम् उत्तराखण्ड के प्रान्त-प्रमुख धर्मेन्द्र डोडी द्वारा प्रेषित संकल्प-पत्र पर हस्ताक्षर किये । उन्होंने केन्द्र सरकार से संविधान के अनुच्छेद 348 में तत्काल संशोधन करने हेतु संसद का विशेष-सत्र आहूत करने की मांग की,ताकि सुप्रीमकोर्ट एवम् पच्चीस हाईकोर्टस अंग्रेजी की दासता से मुक्त हों ।
बताते चलें कि पिछली 11 जून को चन्द्रशेखर की माँ पुष्पलता उपाध्याय (Pushpalata Upadhyay) का निधन हो गया था, तोगड़िया उस समय उपस्थित नहीं रह पाये थे । इस अवसर पर उन्होंने, दलितों एवम् वंचितों को बराबरी का दर्ज दिलाने हेतु आजीवन संघर्षरत् पुष्पलता उपाध्याय को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
दीनदयाल के द्वार पर तोगड़िया की दस्तक !
तोगड़िया ने पुष्पलता उपाध्याय के राष्ट्र सेविका समिति एवम् भारतीय जनसंघ की प्रगति-यात्रा में समर्पित योगदान का स्मरण किया। उपाध्याय के आवास पर मौजूद पारिवारिक-मित्रों एवम् सहयोगियों ने तोगड़िया का स्वागत किया ।
इस अवसर पर पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के सहयोगी रहे आचार्य कपिलेनद्र स्वामी जी महाराज, प्रख्यात जयोतिषाचार्य पण्डित अशोक दत्त तिवारी, काशी विद्यापीठ के पण्डित लललन मिश्रा,’हिन्दी से न्याय ‘अभियान के केन्द्रीय संवाद-सम्प्रेषक डाक्टर पंकज सिंघल, जन-संवाद समन्वयक मनीष मित्तल, नवीन जैन ,राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सुधीर, बृजेन्द्र के अतिरिक्त तोगड़िया के दल के ईश्वरी प्रसाद, सुभाष जोशी, विजेन्द्र सिंह नेगी, कृपाल सिंह नेगी, मनीष कुरियाल, अशोक तोडरिया, सुरेश सेमवाल तथा अनुज कौल प्रमुख रुप से उपस्थित थे ।