लखनऊ। संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय की स्थापना किये जाने सम्बंधी कार्यों की समीक्षा पर्यटन निदेशालय के सभागार में की।
समीक्षा के दौरान राज्यमंत्री ने निर्देशित किया कि राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय में संस्कृति से सम्बंधित समस्त पाठ्यक्रमों संगीत नृत्य, ललित कला, अभिनय, विभिन्न नाट्य कलाओं सहित संग्रहालय विज्ञान, पुरातत्व, अभिलेखीय प्रबन्ध एवं संरक्षण आदि का पठन पाठन शोध, प्रशिक्षण की सुविधायें उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सांस्कृतिक क्षेत्र के प्रबन्धन में प्रशिक्षित युवाओं की अत्यंत कमी है।
अतएव प्रस्तावित राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक प्रबन्धन का पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हो। राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय की स्थापना के सम्बन्ध में समस्त कार्यवाही शीघ्र ही पूर्ण किये जाने के निर्देश राज्यमंत्री द्वारा दिये गये।