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Poisonous liquor scandal: मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हुई

poisonous liquor

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उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब (Poisonous liquor) ने एक बार फिर कहर बरपया है। आजमगढ़ और अंबेडकरनगर जिले के सीमावर्ती गांवों में जहरीली शराब (Poisonous liquor) पीने से 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई की हालत गंभीर है। दोनों जिलों की पुलिस मौके पर मौजूद है। मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

दरअसल, आजमगढ़ के पवई थाना क्षेत्र के मित्तूपुर बाजार में सोमवार शाम शराब पीने के बाद दो दर्जन लोगों की तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सोमवार रात ढाई बजे से मौत की खबरें आने लगीं, मंगलवार तक 18 लोगों की मौत हो गई।

उधर, जहरीली शराब (Poisonous liquor) से मौत की आंच सीमावर्ती अंबेडकरनगर जिले के जैतपुर, मालीपुर व कटका थाना क्षेत्र के गांवों तक पहुंच गई। यहां सोमवार रात से मंगलवार तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि ग्रामीण इससे ज्यादा मौत की बात कह रहे हैं लेकिन प्रशासन इससे इनकार कर रहा है।

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जहरीली शराब (Poisonous liquor) मित्तूपुर बाजार से अंबेडकरनगर गई थी। शराब से मौत की सूचना पर दोनों जिलों के एसपी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। आजमगढ़ पुलिस गुड्डू पुत्र मोती व मोती लाल पुत्र रामदेव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दोनों क्षेत्र के पुराने अवैध शराब कारोबारी हैं।

वहीं अंबेडकर के डीएम ने बताया कि प्रकरण में जैतपुर थाने में केस दर्ज कर पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। कुछ अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते शासन ने कोरोना कर्फ्यू के तहत शराब की दुकानों को भी बंद कर दिया था। जिसका फायदा अवैध शराब कारोबारी उठा रहे थे। चोरी छिपे शराब की बिक्री की जा रही थी।

मामले में आजमगढ़ के एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ ने कहा कि अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी। शराब पीने (Poisonous liquor) से मौत हुई है अथवा कोई अन्य कारणों से इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद भी कुछ कहा जा सकता है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

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वीडियो बनाने वालों पर गिरी एसपी की गाज

घटना की जानकारी होते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई। कुछ मीडियाकर्मी व अन्य लोग मौके की फोटो व वीडियो बनाने लगे। इस पर एसपी सुधीर कुमार सिंह भड़क उठे और कई लोगों का मोबाइल छीन लिया। इसमें दो समाचार पत्रों के स्थानीय प्रतिनिधि भी थे। लोगों को गालियां देते हुए मौके से खदेड़ा गया। एसपी के दुर्व्यवहार से लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिला।

मृतकों के नाम

राजेश सोनी (29) व बब्बू निवासी मित्तूपुर, लालता (45) निवासी सौदमा, मुन्ना (32) व पिंटू (35) निवासी राजेपुर, रीखु निषाद (60) निवासी देवसरा बलाईपुर, पुरुषोत्तम (50), रामभुवन (45), लालमन व निक्कू केवट (40) निवासी बलाईपुर थाना पवई, रोहित (25) निवासी भरचकिया, त्रिभुवन पांडेय (45) निवासी चकिया, सत्य नारायन तिवारी निवासी हड़िया थाना पवई, मेवालाल (20) व तालिब (25) निवासी मोहिद्दीनपुर, लालचंद राजभर (46) निवासी भुलेसरा शामिल हैं। वहीं अंबेडकर नगर जिले के प्रेमशंकर (35) निवासी उसरहा, थाना जलालपुर, सोनू चौबे निवासी जैतपुर, राम सुभग चौहान, त्रिपाठी चौहान, महेश और जैसराज निवासी सिंघोरा मखदुमनगर ने भी दम तोड़ दिया। जबकि रामफेर (47) व रवि (25) निवासी मित्तूपुर की हालत गंभीर है।

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