प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में रैली की। प्रधानमंत्री ने रैली में टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी अब वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी। पीएम ने कहा कि दीदी.. काशी वालों का दिल बहुत बड़ा है आपको टूरिस्ट गैंग नहीं कहेंगे।
प्रधानमंत्री ने सोनारपुर की रैली में कहा कि टीएमसी अब कह रही है कि दीदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। ये बयान आने के बाद दो बातें साफ हो जाती हैं। एक तो दीदी ने बंगाल में अपनी हार स्वीकार कर ली है। दूसरी बात-दीदी अब बंगाल के बाहर अपनों के लिए जगह तलाश करने में जुट गई हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छा है विधानसभा में हारने के बाद लोकसभा में जरूर हाथ आजमाइए दीदी। यहां हल्दिया से वाराणसी का जो वाटर-वे है, हमारी सरकार ने विकसित किया है। हो सकता है उसकी वजह से आपका मन वाराणसी की ओर मुड़ गया हो। और हां दीदी.. मैं आपको कान में एक और बात कहना चाहता हूं। दीदी..मेरे बनारस के लोग, मेरी काशी के लोग, मेरे संसदीय क्षेत्र के लोग इतने बड़े दिलवाले हैं कि आपको बाहरी नहीं कहेंगे। आपको टूरिस्ट नहीं कहेंगे। आपको टूरिस्ट गैंग भी नहीं कहेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से ही सांसद हैं।
मोदी ने कहा कि इन दिनों टीएमसी में मंथन चल रहा है। टीएमसी के समझदार लोग कह रहे हैं कि दीदी ने ताव में आकर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन ये उनकी बहुत बड़ी गलती साबित होगी। नंदीग्राम से उनको हारता हुआ देखकर टीएमसी के लोगों ने तय किया था कि उन्हें दूसरी सीट से भी लड़ाया जाए। फिर उन्हें सलाह दी गई कि ये उनकी दूसरी गलती होगी। लोगों ने ये भी कहा कि दीदी 2 सीटों पर हारोगी तो टीएमसी का भविष्य में चलना मुश्किल हो जाएगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने हुगली के तारकेश्वर में रैली की। मोदी ने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि जब कोई एश्ट को दोष देने लगे, तो समझ लीजिए कि उसका खेल खत्म हो चुका है। मोदी ने कहा कि क्रिकेट के मैदान में कोई खिलाड़ी बार-बार अंपायर पर सवाल उठाए तो समझ लीजिए उसके खेल में खोट है। मोदी ने कहा कि बंगाल के लोग हर परीक्षा में पास हुए हैं। फेल तो वो लोग हुए हैं, जिन्होंने बंगाल का विकास नहीं किया। आज बंगाल के लोगों ने एक बार फिर परिवर्तन की कमान संभाल ली है। सोनार बांग्ला के विजन में यहां के लोग इखढ की सरकार बनाना चाहते हैं। इसलिए यहां के लोगों ने पहले दो चरण में ही इखढ की जीत का रास्ता तय कर दिया है। 2 मई को क्या नतीजे आएंगे, इसकी झलक हम 2 दिन पहले नंदीग्राम में देख चुके हैं।
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मोदी ने कहा कि मुझे पता है कि हर चरण के मतदान के साथ दीदी की बौखलाहट बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि दीदी हार आपके सामने है। इसे स्वीकार कीजिए। हुगली के लोगों की आवाज सुनिए। दीदी, निर्वाचन खेल नहीं है। गणतंत्र खेल नहीं है। मोदी ने कहा कि बंगाल के लोगों ने ही ममता को 10 साल पहले सिर आंखों पर बैठाया था, लेकिन दीदी इन्हीं का अपमान कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी से पूछा कि इतनी कड़वाहट कहां से लाती हो। दीदी बंगाल के प्रतिभाशाली युवाओं में कड़वाहट घोल रही हैं। दीदी की बौखलाहट का एक बड़ा कारण उनके 10 साल के काम का रिपोर्ट कार्ड है। यहां पुरानी इंडस्ट्री बंद हो चुकी है, कारखाने बंद हो गए हैं, युवाओं के पास रोजगार नहीं है। हुगली सबसे बड़े कारखाने का केंद्र रहा है, लेकिन आज क्या हालत हो गई है। पहले देश के कई राज्यों से लोग बंगाल की फैक्ट्रियों में काम करने आते थे। आज यहां के लोग दूसरे राज्यों में जाकर काम करने को मजबूर हैं। मोदी ने कहा कि हुगली का आलू बड़ी तादाद में हर साल इसलिए खराब हो जाता है, क्योंकि दीदी ने पर्याप्त संख्या में कोल्ड स्टोरेज नहीं बनाए हैं। जो कोल्ड स्टोरेज हैं भी, वो सिंडिकेट चला रहे हैं। यहां के किसान औने-पौने दाम पर आलू बेचने को मजबूर हैं। 2 मई को भाजपा की सरकार बनने के बाद सबसे पहले किसानों के हित में फैसला होगा। कैबिनेट का पहला फैसला यहां के किसानों को सहायता राशि देना होगा। ममता बनर्जी ने जो पैसे नहीं देने दिए हैं, वो सरकार बनते ही बांटे जाएंगे। हर किसान को 18 हजार रुपए मिलेंगे। मैं चाहता हूं कि दुर्गा पूजा से पहले ये पैसा किसानों के खाते में पहुंच जाना चाहिए।