लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती एक बार फिर पीएम मोदी का कराया जवाब दिया है। माया ने कहा है कि मोदी राजनीतिक लाभ के लिए ओबीसी बन गए हैं। जब वह सीएम बने थे तब उनकी जाति सामान्य वर्ग में आती थी, लेकिन अपने मुख्यमंत्रित्व काल में मोदी ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए अपनी जाति को ओबीसी कैटगरी में डलवा दिया।
मायावती ने कहा कि मैंने उन्हें कभी नीच नहीं कहा, हम उन्हें पूरा देते हैं सम्मान
इसके साथ ही मायावती ने कहा कि मैंने उन्हें कभी नीच नहीं कहा। हम उन्हें पूरा सम्मान देते हैं और ये कहते रहे हैं कि वो ऊंची जाति से आते हैं। हमें यह बात समझनी चाहिए कि वह मानते हैं कि वास्तव में सवर्ण ही पिछड़े हुए हैं। यहां तक कि कांग्रेस भी दलित और पिछड़ों के विरोध में थी। इसी इसी वजह से उन्होंने मंडल कमीशन की रिपोर्ट नहीं लागू होने दी थी। बीजेपी और कांग्रेस का दलित कार्ड मदद नहीं करने वाला है।
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सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही बीजेपी
मायावती ने कहा कि संभव है कि आज की मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद नरेंद्र मोदी जातीय राजनीति करना बंद कर देंगे। बीते पांच सालों के दौरान अपने चौथाई वादे भी नहीं पूरे किए हैं। यह साफ दिख रहा है कि तीन चरणों की वोटिंग में बीजेपी बुरी तरह से हार रही है और यही हाल आगे के चरणों में भी रहना वाला है। अब ये लोग समाज को बांटने वाले हथकंडे इस्तेमाल कर रहे हैं।
चीनी मिलों की बिक्री में मेरा कोई रोल नहीं ,यह निर्णय कैबिनेट का था
मायावती ने आरोप लगाया कि आदर्श आचार संहिता के दौरान भी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। किसी पार्टी ने ऐसा पहले नहीं किया। बीजेपी पहली ऐसी पहली पार्टी है जो ऐसा कर रही है। इससे साफ है कि बीजेपी वापसी नहीं कर रही है। यहां तक कि चीनी मिलों को बेचे जाने की प्रक्रिया का भी सीबीआई जांच के राजनीतिकरण किया जा रहा है। चीनी मिलों की बिक्री में मेरा कोई रोल नहीं है। यह निर्णय कैबिनेट ने लिया था।