In Nandigram, we have seen a glimpse of what is going to happen on May 2 (when results of the Assembly elections will be declared: PM Narendra Modi in Arambag, Hooghly#WestBengalPolls pic.twitter.com/mHYpkhVXOB
— ANI (@ANI) April 3, 2021
पश्चिम बंगाल के हुगली में प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी(PM Narendra Modi) ने कहा कि बंगाल को क्या चाहिए, क्या करना है, इसे लेकर बंगाल की महान जनता में कभी भी भ्रम नहीं रहा है। इसलिए बंगाल के लोगों ने चुनाव में हमेशा स्पष्ट बहुमत को प्राथमिकता दी है। यहां की अध्ययनशील प्रतिभाएं हमेशा स्पष्ट नीति के साथ चली हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने सिंगूर के साथ बड़ा धोखा किया है। सिंगूर का राजनीतिक उपयोग करने के बाद इन लोगों ने यहां के लोगों को अधर में छोड़ दिया। आज सिंगूर में न उद्योग हैं, न उतनी चाकरी है और जो कृषक हैं वो बिचौलियों से परेशान हैं।
केंद्र सरकार ने 6 सालों में जूट का MSP 85% से ज्यादा बढ़ाया है। गेहूं की पैकेजिंग जूट में हो, देश में प्लास्टिक की जगह जूट बैग का उपयोग हो, इसके लिए हमने कदम उठाए, जूट की डिमांड को बढ़ाया लेकिन यहां की सरकार जूट मिलों को प्रोत्साहित ही नहीं कर रही।
प्रधानमंंत्री (PM Narendra Modi) ने कहा कि बंगाल के लोग हमेशा अपनी परीक्षा में पास हुए हैं। फेल वो लोग हुए हैं जिन्होंने बंगाल के लोगों की अपेक्षाओं को, उनकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया। फेल वो लोग हुए जिन्होंने बंगाल का विकास नहीं किया, बंगाल को बरसों पीछे धकेल दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए आज बंगाल के लोगों ने एक बार फिर परिवर्तन की कमान संभाल ली है। आशोल पॉरिबोर्तोन के उद्घोष में और शोनार बांग्ला के विजन में, बंगाल के लोगों की यही आकांक्षा है।
उन्होंने कहा कि 2 मई को क्या नतीजे आने वाले हैं, इसकी झलक हम दो दिन पहले नंदीग्राम में देख चुके हैं। हर चरण के चुनाव के साथ दीदी की ये बौखलाहट बढ़ती जाएगी, मुझ पर गालियों की बौछार भी बढ़ती जाएगी।
दीदी की बौखलाहट का एक बहुत बड़ा कारण है, उनके 10 साल का रिपोर्ट कार्ड। रानी इंडस्ट्री बंद, नई इंडस्ट्री का रास्ता बंद,नए निवेश, बिजनेस और चाकरी की संभावनाएं मंद।
प्रधानमंंत्री ने कहा कि तृणमूल सरकार तो अपने आप में पश्चिम बंगाल के लिए आपदा सिद्ध हुई है। मानवता कहती है कि जब भी किसी पर मुसीबत आए तो मदद का हाथ आगे बढ़ाना चाहिए. लेकिन तृणमूल के लोगों ने तो मुसीबत को ही कमाई का साधन बना दिया, बार-बार आने वाले चक्रवातों से पश्चिम बंगाल परेशान होता है, चारों तरफ तबाही आती है, गरीब की बाड़ी मिट्टी में मिल जाती है लेकिन तृणमूल के तोलाबाज़ों की बाड़ी और उनकी गाड़ी का साइज़ बढ़ता ही जाता है।