वेटिकन सिटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इटली दौरे पर शनिवार को वेटिकन सिटी में पहुंचे। वहां उन्होंने पोप फ्रांसिस के साथ मुलाकात की। मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजीत डोवल भी उनके साथ मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने वैटिकन सिटी के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की।
जानकारों के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी की पोप फ्रांसिस के साथ यह पहली मीटिंग थी। दोनों के बीच मुलाकात के लिए 20 मिनट का समय तय था लेकिन यह मीटिंग करीब 1 घंटे तक चली। इस दौरान पीएम मोदी और पोप ने दुनिया से गरीबी हटाने, क्लाइमेट चेंज, शांति लाने और खुशहाली बढ़ाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।
मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिनसे फ्रांसिस ने 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है। पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता भी दिया है। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इससे पहले वर्ष 1999 में पोप जॉन पॉल द्वितीय ने भारत की यात्रा की थी। उस दौरान देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी थे। अब पीएम मोदी ने पोप फ्रांस को निमंत्रण दिया है। अगर वे भारत आते हैं तो पिछले 22 सालों में यहां आने वाले पहले पोप बन जाएंगे।
इटली में हो रहा G-20 का 16वां शिखर सम्मेलन
बताते चलें कि इस बार G-20 का 16वां शिखर सम्मेलन इटली में हो रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी इटली पहुंचे हैं। इस दौरान इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी ने रोम में उनका भव्य स्वागत किया।
कई वैश्विक नेताओं से मिलने का प्रोग्राम
पीएम मोदी शनिवार को कई देशों के शासनाध्यक्षों से मिलने का गहन कार्यक्रम है। वे फ्रांस और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. साथ ही सिंगापुर के प्रधानमंत्री से भी मीटिंग करेंगे। इसके बाद वे इटली के पीएम की ओर से सभी शासनाध्यक्षों के लिए आयोजित डिनर में शामिल होंगे।
1 और 2 नवंबर को ब्रिटेन की यात्रा करेंगे पीएम मोदी
इसके बाद वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के निमंत्रण पर 1 और 2 नवंबर को ब्रिटेन के ग्लासगो की यात्रा करेंगे। वहां पर वे दोनों के संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर डिस्कशन करेंगे। कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद पिछले करीब 2 साल में पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है।