आज गोरखपुर में चौरी चौरा घटना के शताब्दी समारोह की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया. पीएम मोदी ने कहा कि देश को कभी चौरा चौरी की घटना नहीं भूलनी चाहिए, उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि इस साल देश की आजादी के 75 साल के वर्ष की भी शुरुआत होगी. पीएम मोदी ने कहा कि इस घटना को इतिहास में सही जगह नहीं दी गई, लेकिन हमें उन शहीदों को सलाम करना चाहिए.
पीएम ने बताया चौरा चौरी घटना का महत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत सैकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी देने पर तुली थी, लेकिन मालवीय जी, बाबा राघवदास की कोशिशों से सैकड़ों लोगों को बचा लिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने युवा लेखकों को स्वतंत्रता सेनानियों पर किताब लिखने के लिए आमंत्रित किया है.
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उत्तर प्रदेश सरकार भी इस कार्यक्रम को काफी जोर-शोर से मना रही है. आज शुरू हो रहे इस समारोह को अगले एक साल तक मनाया जाएगा. इस दौरान यूपी के सभी जिलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कहा कि गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में इस जश्न को पूरे साल तक मनाया जाएगा.
बता दें कि साल 1922 में चौरी-चौरा में स्वतंत्रता सेनानियों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी थी. इसी घटना के बाद महात्मा गांधी ने अपने असहयोग आंदोलन को खत्म कर दिया था.