प्रत्येक दम्पति जीवन (Married Couple) में समय-समय पर किसी न किसी बात पर नोक झोक ( troubles) करतें है। ऐसा होना दाम्पत्य जीवन के लिए सुखद रहता है यदि यह नोक झोक छोटे समय व प्यार भरी बातों के लिए हो, जब नोक झोक टकराव में परिवर्तित होने लगती है तो दोनों के लिए जीवन कष्टमय हो जाता है और बात सम्बन्ध विछेद तक पहुँच जाती है। वास्तु (Vastu) के यह सात उपाय अपनाकर इससे बचा जा सकता है
- भूखण्ड के ईशान कोण में भारी निर्माण नही होना चाहिए।
- किसी भी दिशा में भूखंड के बाई और मुख्य द्वार नही होना चाहिए।
- उत्तर दिशा मध्य से ईशान कोण तक सीढ़िया और बाथरूम नही होना चाहिए।
- उत्तर पश्चिम दिशा में शयनकक्ष नही होना चाहिए।
- डाइनिंग टेबल दक्षिण पूर्व दिशा में नही होनी चाहिए।
- भूखंड का मध्य भाग स्तम्भ, जलाशय या दिवार से पीड़ित नही होना चाहिए।
- दक्षिण दिशा में स्थित शयनकक्ष में पत्नी को बाई और शयन नही करना चाहिए।
इन सात वास्तु उपायो को अपनाकर दाम्पत्य जीवन को सुखद बनाया जा सकता है।