पेगासस जासूसी कांड और अन्य अहम मुद्दों पर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने मंगलवार को भी लोकसभा में हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे के कारण निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि वे क्यों जवाब नहीं दे रहे, चुप क्यों हैं?
इसी बीच, याचिकाओं को लेकर सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सरकार से निर्देश लेने के लिए कुछ वक्त की मोहलत मांगी। न्यायालय ने इस मुद्दे पर बहस करने से बचने को कहा है और कहा कि जब मामला अदालत में है तो इस पर चर्चा यहां होनी चाहिए।
उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय है। आप अपने स्थानों पर जाएं। मैं चर्चा कराना चाहता हूं।’’ वह आगे बोले- देश को अगर सशक्त बनाना है तो हमें यहां चर्चा और संवाद करना होगा। आप अपनी सीटों पर जाएं। मैं हर विषय पर चर्चा कराना चाहता हूं। आपको नारों के लिए नहीं, चर्चा के लिए यहां भेजा गया है। आपका यह तरीका गलत है। हालांकि, इसके बाद भी हंगामा जारी रहा।
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उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इजराइली कंपनी एनएसओ के साथ कोई लेनदेन नहीं करने संबंधी रक्षा मंत्रालय के बयान को लेकर मंगलवार को कहा कि इस मामले पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे सकते हैं, लेकिन वह चुप क्यों हैं। पूर्व गृह मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्रालय ने एनएसओ समूह (इज़राइल) के साथ किसी भी सौदे से इंकार किया है। अगर, रक्षा मंत्रालय सही है, तो एक मंत्रालय/विभाग को इस मामले से अलग कर देते हैं। लेकिन शेष आधा दर्जन संदिग्धों के बारे में क्या कहेंगे?’’ चिदंबरम ने सवाल किया, ‘‘सभी मंत्रालयों/विभागों की ओर से केवल प्रधानमंत्री ही जवाब दे सकते हैं। वह चुप क्यों है?