भारत में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और मोदी सरकार के मंत्रीयों की फोन टैपिंग का खुलासा करने वाली रिपोर्ट पर बवाल मचा हुआ है। जासूसी मामले में विपक्ष सरकार को घेर हुए है और प्रधानमंत्री मोदी समेत भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ जांच की मांग कर रहा है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अलजजीरा की एक खबर शेयर करते हुए लिखा कि क्या भारत एक प्राइवेट कंपनी की दया पर निर्भर है?
उन्होंने कहा- अगर हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वह इजरायली पीएम को पत्र लिखें और एनएसओ पेगासस प्रोजेक्ट का पता लगाएं किसने दिया पैसा। खबर के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी पर गद्दारी का आरोप लगाया है और कहा है कि उन्होंने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया।
It is quite clear that Pegasus Spyware is a commercial company which works on paid contracts. So the inevitable question arises on who paid them for the Indian "operation". If it is not Govt of India, then who? It is the Modi government's duty to tell the people of India
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 19, 2021
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भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि Pegasus Spyware एक कमर्शियल कंपनी है जो पेड कॉन्ट्रैक्ट्स पर काम करती है। इसलिए अपरिहार्य प्रश्न उठता है कि भारतीय “ऑपरेशन” के लिए उन्हें किसने भुगतान किया। भारत सरकार नहीं तो कौन? भारत के लोगों को बताना मोदी सरकार का कर्तव्य है ”