भारतीय नेताओं, पत्रकारों और कारोबारियों के फोन हैकिंग का एक बड़ा मुद्दा सामने आया है, हालांकि सरकार ने इस बात से इनकार किया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा दावा किया गया है कि पेगासस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से भारत के लोगों के फोन हैक किए गए थे। इस मुद्दे पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा- फ़ोन-जासूसी एक लोकतांत्रिक अपराध है।
अखिलेश ने ट्वीट में कहा- फ़ोन की जासूसी करवाकर लोगों की व्यक्तिगत बातों को सुनना ‘निजता के अधिकार’ का घोर उल्लंघन है। उन्होंने आगे लिखा- अगर ये काम बीजेपी करवा रही तो ये दंडनीय है और अगर बीजेपी ये कहती है कि उसे इसकी जानकारी नहीं है तो ये राष्ट्रीय सुरक्षा पर उसकी नाकामी है।
फ़ोन की जासूसी करवाकर लोगों की व्यक्तिगत बातों को सुनना ‘निजता के अधिकार’ का घोर उल्लंघन है। अगर ये काम भाजपा करवा रही है तो ये दंडनीय है और अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि उसे इसकी जानकारी नहीं है तो ये राष्ट्रीय सुरक्षा पर उसकी नाकामी है।
फ़ोन-जासूसी एक लोकतांत्रिक अपराध है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 20, 2021
सपा के अलावा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल और अन्य विपक्षी दल भी इस मुद्दे को लेकर सरकार को निशाना बना रहे हैं। वहीं सरकार ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज करने में जुटी है। संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी इस मुद्दे पर हंगामे के आसार दिखाई दे रहे हैं।
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संसद के मानसून सत्र में भी विपक्ष जासूसी कांड के मुद्दे पर संयुक्त रणनीति तैयार कर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विपक्ष ने मंगलवार को 10 बजे संसद में बैठक कर साझा रणनीति बनाने का निर्णय किया है। कांग्रेस, लेफ्ट, टीएमसी समेत कई दलों ने राज्यसभा में कामकाज स्थगित कर नियम 267 के तहत तुरंत पेगासस फोन हैकिंग के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है।