भारत में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और मोदी सरकार के मंत्रीयों की फोन टैपिंग का खुलासा करने वाली रिपोर्ट पर बवाल मचा हुआ है।जासूसी मामले में विपक्ष सरकार को घेर हुए है और प्रधानमंत्री मोदी समेत भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ जांच की मांग कर रहा है।इस बीच कंगना ने पेगासस जासूसी कांड का समर्थन किया है, उनका मानना है कि विपक्ष और पत्रकार की जासूसी करना गलत नहीं है।
उन्होंने लिखा- प्राचीन काल में राजा, महाराजा भी अपनी प्रजा के घरों में गुप्त रुप से भ्रमण किया करते थें और इस बात का पता लगाया करते थें कि उनकी प्रजा किस हाल में जी रही है। उन्होंने आगे लिखा कि उनकी प्रजा उनके बारे में क्या सोचती है और क्या चर्चा करती है ! ये एक तरह का अभ्यास है और प्रशासन का हिस्सा है।
इंस्टाग्राम स्टोरीज पर इस नोट को शेयर करते हुए कंगना ने लिखा कि, प्राचीन काल में भी महानतम राजा भेष बदलकर अपने देश, लोगों और अपने घरों में गुप्त रूप से ये जानने के लिए जाते थे कि उनकी प्रजा क्या बोल रही है या चर्चा कर रही है, ये अभ्यास प्रशासन का एक हिस्सा है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण रामायण में है। ऐसी ही एक यात्रा भगवान राम को आम लोगों के बीच मां सीता की धारणा के बारे में तब पता चला जब उन्होंने उन्हें गुप्त रूप से सुना।
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अगर राजा असामाजिक तत्वों के ठिकाने या लोगों के सामान्य मुद्दों और उनकी मानसिकता के बारे में जानना चाहता है तो कोई बड़ी बात नहीं है. ये उसका अधिकार, विशेषाधिकार और व्यवसाय है कि वो अपनी आंखें और कान खुले रखे। इसलिए लकड़बग्घा रोना बंद कर दें। और नहीं, मैं #पेगासस हा हा हा के बारे में बात नहीं कर रही हूं।