भारत सहित दुनिया के कई देशों में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए वीआईपी की जासूसी की खबरों ने तहलका मचा दिया है।अन्य देशों ने इसके लिए जांच टीम बैठा दी है लेकिन आरोप लगाया जा रहा है कि भारत पेगासस जासूसी की जांच क्यों नहीं कर रहा है। कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने ट्वीटर पर लिखा- इजरायल ने पेगासस की जांच के लिए जांच आयोग का गठन किया है, फ्रांस की कोर्ट में पेगासस मामले की जांच शुरु हो गई है।
उन्होंने आगे लिखा- मैक्सिको के राष्ट्रपति भ्रष्टाचार और पेगासस के दुरुपयोग की जांच कर रहे हैं, वहीं भारत में क्या हो रहा है ?श्रीवत्स ने कहा- भारत के प्रधानमंत्री पेगासस जासूसी की रिपोर्टिंग करने वाली मीडिया पर इनकम टैक्स के छापे मारे जा रहे हैं।सबसे पहले तो दैनिक भास्कर अखबार के अलग अलग कार्यालयों में इनकम टैक्स की छापेमारी की खबरें सामने आईं और उसके थोड़ी ही देर बार यूपी की राजधानी लखनउ से भारत समाचार के संपादक ब्रजेश मिश्रा के आवास पर भी इनकम टैक्स की रेड हो गई।
कोरोना की दूसरी लहर और पेगासस जासूसी कांड में इन दोनों मीडिया समूहों ने जमकर कवरेज की थी जिससे की केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार परेशानी में पड़ती हुई दिखाई दे रही थी। कोरोना काल में दैनिक भास्कर ने सरकारी लापरवाही पर एक श्रृंखला चलाई थी जिसने मोदी सरकार की विफलताओं को जनता के सामने उजागर कर दिया था।
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सारा काम विपक्ष करे, मोदी जी केवल महंगा सूट पहनने और मोर को दाना खिलाने के लिए हैं- रागिनी
इस छापेमारी की कार्रवाई की देश भर में निंदा की गई। मोदी सरकार की इस कार्रवाई का लोगों ने जमकर विरोध किया और आई सपोर्ट दैनिक भास्कर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता रहा।पेगासस जासूसी कांड में संपूर्ण विपक्ष ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी कांड में मोदी सरकार पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए इसके जरिए राफेल की जांच को प्रभावित करने की बात कह दी।राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस के जरिए सुप्रीम कोर्ट के जजों की जासूसी की गई, उनके फोन टैप किए गए और इसके माध्यम से राफेल घोटाले की जांच को प्रभावित किया गया।