पटना । राजधानी समेत पूरे बिहार में इन दिनों अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गये हैं, कि आम इंसान तो छोड़िए, पुलिस वालों पर भी गोली चलाने से अपराधी परहेज नहीं कर रहे हैं।
बिहार में नई सरकार के गठन के बाद बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सीएम नीतीश कई बार समीक्षा बैठक कर चुके हैं। इसके बावजूद भी अपराध बेलगाम हो रहा है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इन सभी के बीच बीजेपी विधायक पवन जायसवाल (Pawan Jaiswal) ने सरकार से बड़ी डिमांड की है। उन्होंने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार से मांग किया है कि बिहार में भी यूपी के तर्ज पर सरकार कार्रवाई करें।
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बिहार में अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इसी बीच बीजेपी विधायक पवन जायसवाल (Pawan Jaiswal) ने सरकार से बेहद ही अजीबोगरीब डिमांड की है। उन्होंने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को सुझाया कि बिहार में भी यूपी के तर्ज पर सरकार कार्रवाई करें।
विपक्ष के हमलावर होने वाले सवाल पर भाजपा विधायक ने कहा कि जिनका ईमान ही अपराध हो, वह अपराधियों पर क्या सवाल उठाएंगे. सरकार अपराध पर लगाम लगाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि इस पर जदयू ने पलटवार किया है।
जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि ये उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता है, पार्टी का नहीं है। नीतीश मॉडल को पूरे देश और देश से बाहर विदेशों में भी अपना रहा है। हमारे नेता नीतीश कुमार जिस तरह से बिहार में कार्य कर रहे हैं। उसको लेकर पूरा देश नीतीश के कायल है। नेता बलियावी ने कहा कि किसी पार्टी या किसी नेता के कहने से अपराध खत्म नहीं हो सकता है, अपराध खत्म करने का काम सिस्टम करता है। निश्चित ही बिहार में भी अपराधियों पर नकेल कसने की दिशा में हमारा सिस्टम काम कर रहा है। बिहार में प्रशासन में कहीं चूक नहीं है जो नेता ऐसे बयान दे रहे हैं उनके बयानों में ही चूक है।
जिस मॉडल की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है, वो सिर्फ बिहार मॉडल है। इसका मुख्य श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है, क्योंकि नीतीश कुमार बिहार में जब से सत्ता संभाले हुए हैं, तब से दिन-रात राज्य प्रगति करता जा रहा है.। इसलिए किसी को लगे या ना लगे, लेकिन देश और राज्य वासियों को नीतीश मॉडल अच्छा लग रहा है।
जानें क्या है मामला
बता दें कि 10 जुलाई 2020 को यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने कानपुर की सीमा के अंदर ही विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया था। बिकरु कांड के बाद फरार चल रहे विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर एसटीएफ की टीम कानपुर ला रही थी।
इसी बीच अचानक विकास दुबे वाली गाड़ी पलट गई। पुलिस का कहना था कि गाड़ी पलटते ही विकास दुबे पुलिस वालों के हथियार छीनकर भागने की कोशिश करने लगा। इसी दौरान पुलिस जवाबी कार्रवाई करती है और मौके पर ही विकास दुबे मारा जाता है।