पर्यावरणविद पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि हिमालय संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ी है। प्रोत्साहन धनराशि दो पहिया वाहनों के लिए वाहन के मूल्य का 10 प्रतिशत अथवा रूपए 7500 (जो भी कम हो) और चार पहिया वाहनों के लिए वाहन के मूल्य का 5 प्रतिशत अथवा ₹50,000 (जो भी कम हो) निर्धारित की गयी है। धनराशि बैक एंडेड सब्सिडी के रूप में डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक व वित्तीय संस्थाओं या डीलर को उपलब्ध करायी जायेगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग हेतु स्थापित किये जाने वाले चार्जिंग स्टेशन के विद्युत अधिभार को भी दो वर्षों तक के लिए घरेलू श्रेणी में रखे जाने की घोषणा करते हुए धामी ने कहा कि यह स्थापित होने वाले पहले 250 चार्जिंग स्टेशन पर लागू होगी। चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए सभी वह व्यक्ति-संस्था पात्र होंगे जिनके पास पर्याप्त स्थान व स्थानीय नगर निकाय की अनुमति प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए हम सभी को अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभानी होगी। इसके लिए जनसामान्य में जागरूकता जरूरी है।
आज देश भर में 200 से अधिक स्थानों पर हिमालय दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि पारिस्थितिकी और आर्थिकी को जोड़ते हुए उत्तराखण्ड के लिए स्टेट प्लान बनाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में हिमालय यूनाइटेड मिशन (हम) की पुस्तक ‘हिमालय दिवस’ का विमोचन किया गया। इस वेबिनार में अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, विशेष सचिव डा. पराग मधुकर धकाते, वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शासन के वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी और जिला स्तरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘पब्लिक आई एप’ और ‘मिशन गौरा शक्ति एप’ का शुभारम्भ
एक वेबिनार में यह घोषणा करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिये निजी प्रयोग में लाये जाने वाले प्रथम 5 हजार दो पहिया और प्रथम 1 हजार चार पहिया वाहनों के लिए यह राशि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुहैया करायेगा।हिमालय दिवस के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिये जाने के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर प्रोत्साहन राशि दिये जाने की घोषणा की।