नई दिल्ली। आज सोमवार यानि 20 जनवरी 2020 को दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें उन्होने बच्चों द्वारा पूछे गए कई सारे सवालों के जवाब दिए। इन्हीं सवालों के जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महीनों बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मून मिशन चंद्रयान 2 के बारे में एक राज का खुलासा किया है। जिसके बारें में बताते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ‘ये वो बात है जो आजतक किसी को पता नहीं थी।’
बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस खास कार्यक्रम में पीएम मोदी ने चंद्रयान 2 का जिक्र एक छात्रा द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में किया। छात्रा ने पूछा था कि बिना तनाव और घबराहट के परीक्षा का सामना कैसे करें? कई बार मूड ऑफ हो जाता है। इसके जवाब में पीएम मोदी ने चंद्रयान का उदाहरण पेश किया।
इस पर पीएम मोदी ने कहा कि – अपनी अपेक्षा को अपने साथ इतना न जोड़ दें, कि उसके पूरा न होने से हमारा मूड ऑफ हो जाए। मोटिवेशन और डिमोटिवेशन… ये ऐसी चीजें हैं जिससे हर किसी को गुजरना पड़ता है। बार-बार गुजरना पड़ता है। जैसे- चंद्रयान।
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पीएम मोदी ने कहा, ‘आपसब रात को जाग रहे थे। कुछ लोगों ने मुझे कहा था कि आपको वहां नहीं जाना चाहिए, क्या होगा अगर ये मिशन फेल हो गया। मैंने कहा- इसीलिए मुझे जाना चाहिए। मिशन में गड़बड़ी के बाद मैंने वैज्ञानिकों को समझाया और अपने होटल चला गया। लेकिन सोने का मन नहीं हो रहा था। तब मैंने पीएमओ की पूरी टीम को बुलाया।
उनसे कहा कि सुबह हमें जल्दी जाना है, लेकिन हम देर से जाएंगे। सुबह एक बार फिर वैज्ञानिकों से मिलेंगे। हम उनसे मिले, मैंने अपने भाव व्यक्त किए। उनके परिश्रम की सराहना की। इतनी बात से वहां के साथ-साथ पूरे देश का माहौल बदल गया। कहने का मतलब ये है कि हम विफलताओं में भी सफलता की शिक्षा पा सकते हैं। हर प्रयास में उत्साह भर सकते हैं। किसी चीज में आप विफल हुए, इसका मतलब ये है कि अब आप सफलता की ओर चल पड़े हैं।’