मुख्यमंत्री (CM Yogi) का हेलीकाप्टर सवा 11 बजे हेलीपैड पर उतरा। यहां से वह कार में सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने विश्वविद्यालय के कोविड अस्पताल तथा इमरजेंसी व्यवस्थाएं देखी तथा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों से बात की। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के नये आक्सीजन प्लांट (oxygen plant) को देखा। इस प्लांट का निर्माण 18 मई तक पूरा हो जाना था लेकिन अभी तक न हो पाने पर उन्होंने नाराजगी जतायी और आॅक्सीजन प्लांट (oxygen plant) का निर्माण जल्द पूरा करने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री (cm yogi) ने जिले के आला अधिकारियों तथा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों व अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सांसद डा. रामशंकर कठेरिया, सांसद गीता शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय धाकरे, सदर विधायका सरिता भदौरिया, भरथना विधायक सावित्री कठेरिया, अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, कार्यवाहक कुलपति प्रो. रमाकान्त यादव, जिलाधिकारी श्रुति सिंह, एसएसपी डा. बृजेश सिंह, सीडीओ प्रेरणा सिंह, एडीएम जयप्रकाश, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार, अपर चिकित्सा अधीक्षक कोविड डा. अनिल शर्मा, डा. एसपी सिंह, डा. राजेश वर्मा, डा. सोमेन्द्र पाल सिंह उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi) ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में पत्रकारों व न्यायिक अधिकारियों के लिए वैक्सीनेशन (corona vaccination) हेतु कैम्प लगाने का निर्देश दिया। कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले 10 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को टीका लगवा देंगे, इससे बच्चों पर खतरा कम होगा। कहा कि इस माह के अंत तक दूसरी लहर खत्म होने की उम्मीद है और तीसरी लहर को रोकने के लिए प्रदेश में तैयारी तेज हैं। प्रदेश कोविड की दूसरी लहर में भी व्यापक तैयारियों के साथ मरीजों का इलाज कर रहा है। इसमें विश्वविद्यालय के चिकित्सकों एवं हेल्थ केयर वर्कर्स की भूमिका बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के कयास के विपरीत प्रदेश ने बेहतर कोविड प्रबन्धन से कोविड संक्रमण को नियंत्रित किया है। पूरे प्रदेश में पिछले 24 अप्रैल को सर्वाधिक 38 हजार नये केस आये थे और 6 हजार केस आये हैं जो यह बताता है कि प्रदेश ने कोविड का कितना बेहतर प्रबन्धन किया है। उन्होंने कहा कि इटावा में भी कोरोना लड़ाई में सभी का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा जिसमें जनप्रतिनिधियों के अलावा जिले के अधिकारी, चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई के चिकित्सक व हेल्थ केयर वर्कर्स आदि ने पूरी मेहनत से काम किया। एक समय इटावा में कोविड पॉजिटिव रेट 30 प्रतिशत था जो अब मात्र 2 प्रतिशत से नीचे रह गया है जो एक बेहतर उदाहरण है। पूरे प्रदेश में सभी जगह टेस्ट बढ़ाये जा रहे हैं, सुविधाएं बढ़ाई जा रही हंै। पूरे प्रदेश में अब तक एक करोड 62 लाख लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन दी जा चुकी है जो एक बड़ी संख्या है। इसमें इटावा में 1 लाख 20 हजार वैक्सीन अब तक नि:शुल्क लगायी जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि एक समय में जो लोग वैक्सीनेशन का विरोध कर रहे थे आज वैक्सीन की पैरवी कर रहे हैं। प्रदेश ने कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भी तैयारियॉ कर रखी हैं। जिसमें सभी मेडिकल कालेज को 100 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू बनाने का निर्देश दिया गया है। जिला चिकित्सालयों में 25 से 30 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू बनाने की कार्यवाही चल रही है। प्रदेश में 300 से अधिक आक्सीजन प्लांट निर्माणाधीन हैं। इससे आने वाले समय में सभी जनपद आक्सीजन में आत्मनिर्भर हो जायेंगे। कोविड-19 लड़ाई में भारत सरकार का सहयोग बेहद अहम तथा प्रशंसनीय है। प्रत्येक जनपद में कोविड परिस्थितियों को देखते हुए कम्युनिटी किचन चलाया जा रहा हैं। कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन सुरक्षाकवच है। निश्चित रूप से वैक्सीन सभी को लगवानी चाहिए।