लखनऊ। गुडम्बा जैन मन्दिर में मुनिश्री सौरभ सागर जी महाराज के सानिध्य में चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को गर्भ कल्याणक के उत्तरार्ध की क्रियाएं की गईं। भगवान के गर्भावतरण की धार्मिक क्रियाओं में मंचासीन इंद्र इन्द्राणियों ने महिला संगीत व माता की गोद भराई के सांस्कृतिक व पारंपरिक रस्मों में भाग लिया। आदिनाथ भगवान की पूज्य माता की गर्भधारण की उन्तरार्द्ध रूप संस्कार विधि बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। उस दौरान संगीतकार द्वारा ‘‘सोलह सपने माता देखे तीर्थंकर अवतार हुआ, नगर अयोध्या की धरती पर घर घर मंगलचार हुआ’’ जैसे गीतों पर लोग झूम रहे थे। गोद भराई उत्सव में पद्म भूषण से सम्मानित कर्नाटक के धर्माधिकारी वीरेन्द्र हेगड़े भी शामिल हुए।
मुनिश्री सौरभ सागर जी महाराज ने कहा कि जाप को आराधना तक ही सीमित न रखें
मुनिश्री सौरभ सागर जी महाराज ने कहा कि जाप को आराधना तक ही सीमित न रखें। इसे हर दिन, हर पल जपते रहें। भगवान की कि गई आराधना ही सभी पापों से मुक्ति दिलाकर शुद्ध और निर्मल बनाने वाला है। मुनिश्री ने कहा कि आज लोगों की मानसिकता बदल गई है इंसान वास्तव में धर्म को धर्म नही समझता बल्कि वो अपने विचारों को धर्म मान बैठा है। पोथी पुराण से बाहर के परमात्मा को बना सकते है लेकिन हमे हमारे अन्दर बैठे परमात्मा की जरुरत है। इसके लिए हमें अपनी बुद्धि, माया, मोह को दूर करना होगा। ज्यादा बुद्धि का इस्तेमाल करने पर प्रश्न वाचक का चिन्ह लग जाता है।
मुनिश्री को मिला राज्य अतिथि का दर्जा
उत्तर विधान सभा के विधायक डा. नीरज बोरा के अथक प्रयास से प्रदेश सरकार की ओर से मुनिश्री सौरभ सागर जी महाराज को राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया। इस सराहनीय कार्य के लिए जैन समाज के विशाल जैन, विनय जैन, लक्ष्मीकांत जैन, संजय जैन ने नीरज बोरा को मंच पर सम्मानित किया। मीडिया प्रवक्ता संजय जैन ने बताया कि 16 फरवरी दिन रविवार को भगवान का जन्म कल्याणक उत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर 11 बजे विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी।