नई दिल्ली। पोलियो उन्मूलन की कोशिशों में जुटी पाकिस्तान की इमरान सरकार ने भारत से सहायता मांगी है। प्रधानमंत्री इमरान की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि वह भारत से पोलियो मार्कर की खरीदारी करेगा।
बता दें कि पाकिस्तान ने चीन से पहले पोलियो मार्कर खरीदा था, लेकिन उसकी घटिया क्वॉलिटी को देखते हुए उसे भारत की मदद लेनी पड़ रही है। जबकि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही भारत से व्यापार पर रोक लगा रखी है। हालांकि अवाम के दबाव में दवा के व्यापार को पाकिस्तान सरकार ने छूट दे रखी है।
पोलियो की दवा पिलाने के बाद से बच्चों के उंगलियों पर लगाया जाता है मार्कर से निशान
बता दें कि पोलियो की दवा पिलाने के बाद से बच्चों के उंगलियों पर मार्कर से निशान लगाया जाता है। ये मार्कर विशेष होते हैं जिससे बच्चों के उंगलियों पर इसका बुरा असर नहीं होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने केवल भारत और चीन को पोलियो मार्कर के उत्पादन के लिए अधिकृत किया है। ऐसे में चीन के मार्कर की घटिया क्वॉलिटी को देखते हुए पाकिस्तान के पास भारत को छोड़कर किसी अन्य देश से खरीदने का विकल्प नहीं बचा है।
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पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन अभियान के प्रमुख राणा सफदर ने बताया कि चीनी मार्कर्स भारत की तुलना में काफी महंगे थे और इनकी क्वॉलिटी भी खराब थी। पाकिस्तान ने अगस्त से पहले भारत से 80 हजार मार्कर खरीदने का समझौता भी किया था, लेकिन पांच अगस्त के भारत सरकार के फैसले के विरोध में उसने चीन से ये मार्कर मंगवा लिए।