नई दिल्ली। भारतीय सेना ने अपने सैनिकों को नकली बाबाओं और आध्यात्मिक गुरुओं से सावधान रहने की चेतावनी दी है । सेना ने कहा है कि ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हो सकते हैं, जो उन्हें फंसाने और गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं।
सेना ने कहा कि यह आईएसआई द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नवीनतम विधि
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआईओ) संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए सैनिकों या उनके परिवारों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। सेना ने कहा कि यह आईएसआई द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नवीनतम विधि है। एक आंतरिक दस्तावेज में सेना ने अपने कर्मियों को इस जासूसी तकनीक में न फंसने की चेतावनी जारी की है।
सेना ने लगभग 150 सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान की
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे कि यूट्यूब, व्हाट्सएप और स्काइप का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि सेवारत सैनिकों को निशाना बनाया जा सके। सेना ने लगभग 150 सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान की है, जिन पर पाकिस्तानी एजेंट होने का संदेह है।
सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके आश्रितों को अपने जाल में फंसाने की कर रहे हैं कोशिश
ये सभी एजेंट संवेदनशील जानकारी एकत्र करने के लिए सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके आश्रितों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया प्रोफाइल जाली तरीके से महिलाओं के नाम पर बनाई गई है, पाकिस्तानी इससे सैनिकों को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश कर सकते हैं।
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ये एजेंट सैन्य गतिविधि, तैनाती, युद्धक संरचना, सामरिक बल कमान इकाइयों की जानकारी प्राप्त करने की कर रहे हैं कोशिश
सेना ने अपने सैनिकों को फोटो और वीडियो शेयरिंग, इंस्टेंट मैसेजिंग, डेटिंग और सोशल नेटवर्क पर एप के बारे में सावधान रहने की सलाह दी है। सेना को आशंका है कि पाकिस्तानी एजेंट इनका उपयोग अपने लक्ष्य को खोजने के लिए कर सकते हैं।
सेना के अनुसार ये एजेंट सैन्य गतिविधि, तैनाती, युद्धक संरचना, सामरिक बल कमान इकाइयों की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे देश के पश्चिमी मोर्चे पर भारत के खिलाफ पाकिस्तानी सेना कोई साजिश रच सके। इसके अलावा ये एजेंट बड़े सैन्य अधिकारियों के मोबाइल नंबर को भी पाने की कोशिश कर रहे हैं।