नई दिल्ली। एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) पर बहस की चुनौती दी है। बता दें कि अमित शाह ने बीते मंगलवार को लखनऊ में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव को बहस की चुनौती दी थी।
अमेरिका पहुंचा कोरोना वायरस, डब्ल्यूएचओ ने बुलाई आपात बैठक
ओवैसी ने कहा कि उनके साथ बहस क्यूं? मेरे साथ बहस करो। मंगलवार को करीमनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर बहस करने के लिए तैयार हैं। ओवैसी ने कहा कि तुम्हें मेरे साथ बहस करनी चाहिए। मैं यहां हूं। मेरे साथ बहस क्यों नहीं करते?
ओवैसी ने कहा कि दाढ़ी वाले आदमी के साथ होनी चाहिए बहस
उन्होंने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि बहस दाढ़ी वाले आदमी के साथ होनी चाहिए। मैं उनके साथ सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर बहस कर सकता हूं। नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में एक रैली को संबोधित किया।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिसे विरोध करना हो करें, लेकिन ये कानून वापस नहीं लिया जाएगा। क्योंकि ये कानून नागरिकता लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का है। अपने भाषण में उन्होंने सपा और कांग्रेस पर खास तौर से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव व राहुल गांधी वोट बैंक की राजनीति के कारण नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं।
अखिलेश और राहुल देश विरोधियों का करते हैं समर्थन
अमित शाह ने कहा कि जेएनयू में देश विरोधी नारे लगते हैं तो अखिलेश यादव और राहुल गांधी देश विरोधियों का समर्थन करते हैं। ये बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं। इसलिए भाजपा जन जागरण अभियान चला रही है।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सीएए लेकर आए हैं। कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती और केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। इस बिल को लोकसभा में मैंने पेश किया। मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो। ये अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ।