नई दिल्ली। ऑस्कर अवॉर्ड में इस वर्ष भारतीय फिल्म न सही, कौशल को जरूर सम्मान मिला है। सैम मेंडिस की फिल्म ‘1917’ को विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स) के लिए ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया है, जिसका काफी हिस्सा भारत के बंगलुरू स्थित एक कंपनी ने तैयार किया था।
गुयीलॉम रोशेरॉन ने पूरी टीम को इस सिनेमाई अनुभव को साकार करने का श्रेय दिया
लंदन की मूविंग पिक्चर कंपनी (एमपीसी) द्वारा यह वीएफएक्स तैयार किए गए थे, जिसमें बंगलुरू स्थित टीम ने प्रमुख योगदान दिया था। इसके प्रोडक्शन सुपरवाइजर गुयीलॉम रोशेरॉन ने अवॉर्ड मिलने के बाद एमपीसी की पूरी टीम को इस सिनेमाई अनुभव को साकार करने का श्रेय दिया। गुयीलॉम रोशेरॉन ने सभी सदस्यों के साथ अवॉर्ड साझा किया।
वेलेंटाइन डे पर सिंगल युवाओं के लिए सलमान खान ये खास तोहफा
एमपीसी ने जारी बयान में अवॉर्ड मिलने के बाद मोंटेरियल, लॉस एंजेलिस, बैंगलोर और लंदन की टीम को विशेष बधाई दी
एमपीसी द्वारा जारी बयान में अवॉर्ड मिलने के बाद मोंटेरियल, लॉस एंजेलिस, बैंगलोर और लंदन की टीम को विशेष बधाई दी गई है। इस फिल्म को तैयार करने में करीब 600 वीएफएक्स कलाकारों ने योगदान किया, जिनमें 200 से अधिक भारतीय हैं। प्रथम विश्व युद्ध के प्रसंगों पर आधारित इस फिल्म को 10 नामांकन मिले थे, जिनमें से तीन सिनेमेटोग्राफी, साउंड मिक्सिंग और विजुअल इफेक्ट्स के लिए दिए गए। उसे इससे पहले भी जंगल बुक और लाइफ ऑफ पाई के लिए दो ऑस्कर अवॉर्ड मिल चुके हैं।
सोशल मीडिया पर भारतीय कलाकारों में जोश
फिल्म को ऑस्कर मिलने के बाद इससे जुडे़ भारतीय कलाकारों ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी का इजहार किया है। अरुण कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने साथियों के संग बंगलुरु में इस फिल्म के वीएफएक्स के लिए काम किया था। वहीं अजय भास्कर, नवीन, अंजित, सई कुमार, सुभाष सहित 20 कलाकारों ने फिल्म के एंड क्रेडिट में प्रकाशित अपने नामों के स्क्रीन शॉट शेयर किए।