नई दिल्ली। किसी भी नवजात बच्चे के लिए उसकी मां का दूध किसी अमृत से कम नहीं होता है। ये वहीं दूध है जो बच्चे के शरीर में खून बनकर दौड़ता है। यह दूध सभी नवजात शिशु को मिल सके। इसलिए देशभर में नए किस्म बैंक बनाए जा रहे हैं। जो दूध बैंक के नाम से जाना जा रहा है।
आपको हैरानी होगी इन बैंकों में उपलब्ध होगा मां का दूध
इसके बाद अब आपके मन में सवाल तो जरूर उठ रहा होगा कि भला इस बैंक का नवजात शिशु के साथ क्या कनेक्शन है? यह जानकर आपको हैरानी होगी इन बैंकों में मां का दूध उपलब्ध होगा। जो नवजात बच्चों को पिलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
लोकतंत्र में सहमति, असहमति बुनियादी सिद्धांत : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू
देश के सभी नवजात बच्चों को मां का दूध मिले, इसके लिए कई राज्यों में खोले जा रहे हैं दूध बैंक
देश के सभी नवजात बच्चों को मां का दूध मिले, इसके लिए कई राज्यों में दूध बैंक खोले जा रहे हैं। इनमें मां का दूध मिलता है। केंद्र सरकार भी इन बैंकों को खुलवाने के लिए फंड दे रही है। कई राज्यों में डिमांड के बाद केंद्र सर्कार इन बैंकों के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। कई मामलों हमारे सामने ऐसे आते हैं। जो जिसमें महिला को दूध नहीं आता या कम आता है। ऐसी स्थिति में वह नवजात शिशु स्तनपान से वंचित रह जाता है। इसके अलावा जन्म के समय महिला की मृत्यु होने पर भी ऐसे दुग्ध बैंक नवजात शिशुओं के लिए बहुत उपयोगी है।
ये दूध वंचित बच्चों के भरण-पोषण के लिए किया जाता है इस्तेमाल
मां का दूध उपलब्ध करवाने वाले बैंक, ब्लड बैंक की तरह काम कर रहे हैं, जो मां किसी लाचारी के कारण अपने बच्चे को स्तनपान नहीं करवा पाती, वह इन बैंकों में दूध दान कर देती हैं। यहां दूध को वैज्ञानिक तरीके से फिल्टर कर लंबे समय के लिए रखा जाता है। ये दूध वंचित बच्चों के भरण-पोषण के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 2018 के आंकड़े के मुताबिक, अभी राजस्थान में 13 दूध बैंक बनाए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में 12 बैंक हैं। वहीं तमिलनाडु में 10 दूध बैंक हैं। अब इन राज्यों के अलावा चेन्नई में भी दूध बैंक खोला जा रहा है।