दिल्ली के जंतर मंतर पर नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर SSCGD के सफल अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया जिसे खत्म करवाने के लिए दिल्ली पुलिस को बल का प्रयोग किया। आंदोलन स्थल से छात्रों को हटाने के लिए बड़ी संख्या में फोर्स बुलाई गई, छात्र नहीं माने तो उन्हें घसीटा गया, लड़कियों को भी पीटकर बस में बैठाया गया। तमाम छात्रों को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाकर बंद करने की कोशिश की गई, छात्रों ने वहां भी प्रदर्शन को जारी रखा है।
युवा हल्ला बोल ने अभ्यर्थियों की पिटाई की निंदा की, लिखा- शायद देश में अब संविधान नहीं बल्कि हिटलर शाही चल रही है इसीलिए लाठी के दम पर दबाया जा रहा है। युवा हल्ला बोल के प्रमुख अनुपम ने कहा- इसी जगह पर पिछले दिनों धार्मिक नारे लगाए गए पर बेरोजगार छात्रों ने नौकरी के लिए आवाज उठाई तो उन्हें दबाया जा रहा है।
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सुरक्षा बलों में भारी कमी है, चाहे वो CRP हो, BSF हो, ITBP हो या फिर CISF हो। वैकैंसी का प्रोसेस इतना लंबा चला है कि इनमें से लगभग एक तिहाई कैंडिडेट ओवर एज हो गए हैं। यानी कि अगली जो भर्ती आएगी उसमें वो हिस्सा नहीं ले पाएंगे। हमारे पास जो आंकड़े हैं उसके मुताबिक, 85 हजार के आसपास मेडिकली फिट कैंडिडेट हैं, तो 85 हजार या फिर जितने भी मेडिकल फिट कैंडिडेट हैं अगर सरकार उनको नौकरी नहीं देती है तो इसमें से तीन चौथाई से ज्यादा लोग ओवर एज हो जाएंगे.जब ऑलरेडी आपके पास वैकेंसी है तो जो युवा GD 2018 की भर्ती प्रक्रिया में पास हुए हैं उन्हें नौकरी देने में सरकार को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए हमारा यही कहना है कि आपके पास वैकेंसी है इसलिए जो मेडिकली फिट हैं उन्हें नौकरी दी जाए।