बिहार में एनडीए सरकार हर दिन अपने ही विधायक एवं मंत्रियों के कारण फजीहत झेल रही है, ताजा मामला भाजपा विधायक द्वारा लगाए गए आरोप से जुड़ा है। विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार में भाजपा कोटे के अधिकांश मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं जो ट्रांसफर-पोस्टिंग में घूस ले रहे हैं। विधायक ने कहा- अगर इन मंत्रियों के आवास पर छापेमारी की जाए तो भारी रकम बरामद हो जाएगी, उन्होंने जदयू के भी एक मंत्री पर ऐसा आरोप लगाया।
उन्होंने कहा- ये बातें मैं हवा में नहीं कह रहा बल्कि जिनका तबादला हुआ है उनसे प्राप्त जानकारी के बाद कह रहा हूं, घूस देने के बाद उन्हें मनचाही पोस्टिंग मिली है।बता दें कि बुधवार को बिहार में 1500 से अधिक पदाधिकारियों का तबादला किया गया, इतनी बड़ी संख्या में अभी तक नहीं किया गया था।
बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने गुरुवार को कहा कि इस बार के तबादले में खुलकर पैसे लिए गए हैं. इसमें ज्यादातर बीजेपी के मंत्री शामिल हैं। एक-एक अफसर को 5-5 बार फोन किया गया कि आइये पैसा दीजिए, तो आपका ट्रांसफर होगा। पैसे देने पर भी जिनका ट्रांसफर नहीं हुआ, उन्होंने शिकायत भी की है। विभाग के लोगों ने भी बताया है कि खुलकर पैसे लिए जा रहे हैं. सेक्रेटरी के विरोध के बावजूद भी ये काम हो रहा है।”
उन्होंने कहा, ” इस पूरे मामले में जेडीयू के भी एक मंत्री जो इंजीनियरिंग विभाग से संबंधित है और दूसरी पार्टी से आकर जेडीयू में शामिल हुए हैं, उनका नाम सामने आ रहा. उनके विभाग के अभियंताओं में भी जोरों से चर्चा हो रही है कि उन्होंने ने भी जमकर पैसे लिए हैं।”
बीजेपी के मंत्रियों के नाम का खुलासा करने के संबंध में उन्होंने कहा, ” नाम का खुलासा मैं समय आने पर करूंगा। अभी इतना काफी है. मेरे पास ऐसे बहुत लोग आए थे जिनसे पैरवी के लिए पैसे लिए गए हैं।” उन्होंने कहा, ” अभी एलायंस की सरकार है. ऐसे में पार्टी जिसका नाम आगे करेगी वही मंत्री बनेंगे. नीतीश कुमार ने किसी को खुद से मंत्री बनाया नहीं है।”