लखनऊ। शारदीय नवरात्र (Navratri) 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। हर साल जहां पितृपक्ष की अमावस्या के बाद से नवरात्रि शुरू होता है। वहीं इस बार अमावस्या और नवरात्रि के बीच एक महीने का समय लग गया है। अधिकमास लगने के कारण ऐसा किया गया।
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इस नवरात्रि पर ग्रहों की विशेष स्थिति के कारण राजयोग, द्विपुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थसिद्धि योग, सिद्धियोग और अमृत योग जैसे ख़ास संयोगों का निर्माण हो रहा है। इस बार नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। ऐसा कहा जाता है कि माता के वाहन के रूप से भविष्य के कई संकेत मिलते हैं। इस बार मां घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं, जिसे अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है।
राशि के अनुसार इन मंत्रों का करें जाप
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने का विधान बताया गया है। साल में दो बार नवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है। मां दुर्गा को प्रसन्न करके घर में खुशहाली का आशीष पाने के लिए राशि अनुसार मंत्रों का जाप करना चाहिए।
मेष राशि – ॐ ह्रीं उमा देव्यै नम:। अथवा ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:।
वृषभ राशि – ॐ क्रां क्रीं क्रूं कालिका देव्यै नम:।
मिथुन राशि – ॐ दुं दुर्गायै नम:।
कर्क राशि – ॐ ललिता देव्यै नम:।
सिंह राशि – ॐ ऐं महासरस्वती देव्यै नम:।
कन्या राशि – ॐ शूल धारिणी देव्यै नम:।
तुला राशि – ॐ ह्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
वृश्चिक राशि – ॐ शक्तिरूपायै नम: या ॐ क्लीं कामाख्यै नम:।
धनु राशि – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
मकर राशि – ॐ पां पार्वती देव्यै नम:।
कुंभ राशि – ॐ पां पार्वती देव्यै नम:।
मीन राशि – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं दुर्गा देव्यै नम:।