नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर भूचाल आ गया है। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने कांग्रेस में बने रहने की बात कही है। सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है।
सिद्धू ने सोनिया गांधी को भेजा अपना इस्तीफा
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 28, 2021
नवजोत सिंह सिद्धू ने सोनिया गांधी को भेजी अपनी चिट्ठी में कहा है कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं। इसीलिए मैं पंजाब प्रदेश अध्यक्ष के पद से तुरंत इस्तीफा देता हूं।
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह के राज्य के मुख्यमंत्री के पद से हटने के 10 दिन बाद ही नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे दिया। पंजाब कांग्रेस इकाई में चल रहा संकट पार्टी के लिए अशुभ साबित हो सकता है क्योंकि वह 2022 के विधानसभा चुनावों में फिर से चुनाव की तैयारी कर रही है।
बताया जा रहा है कि अमृतसर के पुलिस कमिश्नर नवजोत सिंह सिद्धू से पूछे बिना हटाए जाने और नया कमिश्नर लगाए जाने से भी सिद्धू नाराज थे। वहीं, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से पिछले कुछ दिनों से लगातार नवजोत सिंह सिद्धू को साइडलाइन किया जा रहा था और अपने साथ किसी भी सरकारी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जा रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, सुखजिंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्रालय दिए जाने से भी सिद्धू नाराज हो गए। सिद्धू को उम्मीद थी जब जट सिख चेहरे के तौर पर सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम आगे किया गया और उसके बावजूद उनको सीएम नहीं बनाया गया तो आलाकमान बतौर जट सिख और लोकप्रिय चेहरे के नाम पर विचार करेगा लेकिन ऐसा नहीं होने से भी नवजोत सिंह सिद्धू नाराज थे।