नई दिल्ली। शनिवार को मालदीव के नए राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।गौरतलब है कि सोलिह के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मोदी ने उन्हें फोन कर बधाई भी दी थी।पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के चीन की ओर झुकाव से भारत की चिंता बढ़ी हुई थी। अब प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा पड़ोसी देश के साथ भारत के संबंधों में सुधार का संकेत है।
साथ ही जानकारी के मुताबिक सोलिह का शपथ समारोह राजधानी माले के स्टेडियम में होगा। इसमें चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्री लू शुगांग भी शामिल होंगे। बीते कुछ साल में भारत-मालदीव के रिश्तों में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए। पिछले राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने भारत का साथ छोड़कर चीन से करीबी रिश्ते बना लिए थे। चीन ने कूटनीति के तहत मालदीव को विकास के नाम पर कर्ज दिया। इसके बाद भारत के आसपास हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ना शुरू कर दिया था।नए राष्ट्रपति सोलिह को चीन के कर्ज से उबरने के लिए भारत और अमेरिका से मदद मिलने की उम्मीद है।
वहीँ प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर के बताया कि मालदीव में हालिया चुनाव लोकतंत्र, कानून व्यवस्था और समृद्ध भविष्य के लिए लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। हम एक स्थिर, लोकतांत्रिक, समृद्ध और शांतिपूर्ण मालदीव गणतंत्र देखना चाहते हैं। राष्ट्रपति सोलिह को विकास की प्राथमिकताओं को साकार करने के लिए साथ काम करने की भारत सरकार की मंशा से अवगत कराऊंगा।
बता दें कि नए राष्ट्रपति सोलिह को भी चीन के कर्ज से उबरने के लिए भारत और अमेरिका से मदद मिलने की उम्मीद है।प्रधानमंत्री की ये मुलाकात भारत के लिए कितनी फायदेमंद रहती है ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।