नई दिल्ली। सीबीआई ने नारद स्टिंग मामले में गुरुवार को आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद एसएमएच मिर्जा को बैंकशाल कोर्ट में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। बता दें कि नारद स्टिंग मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। सीबीआई इस मामले में मिर्जा से पूछताछ करना चाहती है।
आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा उस वक्त वर्द्धमान जिले के थे पुलिस अधीक्षक
बता दें कि नारद स्टिंग ऑपरेशन में कथित तौर पर एक कारोबारी को लाभ पहुंचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और आईपीएस अधिकारियों को पैसे लेते दिखाया गया है। यह स्टिंग ऑपरेशन 2014 में किया गया था। 2016 में ये इंटरनेट पर अपलोड किया गया। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा उस वक्त वर्द्धमान जिले के पुलिस अधीक्षक थे। नारद स्टिंग मामले में सीबीआई ने प्राथमिक जांच के आधार पर कुछ नेताओं पर कथित तौर पर आपराधिक षडयंत्र रचने और भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था।
जानें नारद टेप केस है क्या ?
नारद स्टिंग ऑपरेशन में कथित कारोबारी को लाभ पहुंचाने के एवज में रुपये लेते हुए दिखाया गया था। वैसे तो यह स्टिंग 2014 में किया गया था, लेकिन इसका वीडियो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले 2016 में एक न्यूज पोर्टल पर अपलोड किए गए थे। यह वीडियो सामने आने के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया था।
यह मामला जब कोलकाता हाईकोर्ट पहुंचा। तो जांच सीबीआई के हाथ में आ गई। इस मामले पर सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के 12 नेताओं पर मामा दर्ज किया था। इसके साथ ही आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा पर भी मामला दर्ज किया गया था।