लखनऊ। नागपुर से लौटे यात्री में कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट नहीं मिला है। जीन सिक्वेंसिंग की जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। वह सामान्य कोरोना वायरस की चपेट में आया था। डॉक्टरों के अनुसार पूरी तरह से स्वस्थ है। करीब 15 दिन पहले इंदिरानगर निवासी पुरुष नागपुर की रेल से यात्रा कर लौटा था। रेलवे स्टेशन पर उसकी कोरोना जांच कराई गई थी। यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। एहतियात के तौर पर मरीज की डेल्टा प्लस जांच कराई गई थी।
डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन के मुताबिक मरीज की जांच रिपोर्ट आ गई है जिसमें डेल्टा प्लस की पुष्टि नहीं हुई है। डेल्टा प्लस संक्रमितों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार जांच कर रहा है। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर निवासी एक युवक में डेल्टा प्लस की पुष्टि हो चुकी है। युवक 18 दिन पहले बलरामपुर अस्पताल परिसर में अपने परिवार के पास आया। युवक के राजधानी आते ही स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिजनों एवं परिचितों की नमूने लिए। करीब 25 लोगों की जांच कराई गई। सबकी एंटीजन व आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई है।
डॉ. मिलिंद के मुताबिक उत्तराखंड निवासी 21 वर्षीय युवक राजधानी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। अप्रैल में वह उधम सिंह नगर अपने घर गया था। करीब 28 दिन बाद उसे बुखार हुआ। उसने कोरोना जांच कराई थी। युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई गई। रिपोर्ट में डेल्टा प्लस की पुष्टि हुई। युवक जब लखनऊ आया तो उधम सिंह नगर के सीएमओ ने लखनऊ सीएमओ को अलर्ट मेल जारी किया। इसके तहत बलरामपुर अस्पताल परिसर में परिवार के बाकी सदस्य व युवक के संपर्क में आने वालों की जांच कराई गई। सबकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
राजधानी में कोरोना वायरस कमजोर पड़ रहा है। लगातार नौवें दिन भी किसी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। लखनऊ के अस्पतालों में 50 से अधिक कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। शुक्रवार को 16 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। मौजूदा समय में 151 सक्रिय मरीज बचे हैं।