लखनऊ। गीता परिवार के तत्वावधान में मंगलवार को 20वां प्रचलित नववर्ष उत्सव पर संगीतमय सुन्दरकांड का पाठ एवं मनोहारी नृत्य नाटिका अर्जुन का मंचन कल्याणकारी आश्रम, श्रीदुर्गाजी मन्दिर, शास्त्रीनगर, लखनऊ में किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि न्यायमंत्री बृजेश पाठक व महापौर संयुक्ता भाटिया, समाजसेवी सुधीर शंकर हलवासिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गीता परिवार डा. आशु गोयल ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। राजेन्द्र गोयल, अरविन्द शर्मा एवं डा. सुधीर तिवारी ने मुख्य अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह प्रदान करके किया।
अर्जुन मनोहारी नृत्य नाटिका का मंचन व संगीतमय सुन्दरकाण्ड का पाठ
कार्यक्रम का आरंभ संगीतमय सुन्दरकांड पाठ से किया गया। संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले प्रसून में बाल कलाकारों ने सुनो-सुनो सांवरे की…., नमो-नमो…., रासलीला गीतों पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को भक्ति के सागर से आनंदित कर दिया। इसके पश्चात 80 बालक-बालिकाओं ने नृत्य नाटिका अर्जुन का मंचन किया। जिसमें अर्जुन का बाल अवस्था, छात्र अर्जुन, गुरु दक्षिणा, द्रौपदी-सुभद्रा प्रसंग, खाण्डव वन दहन, पार्थ सारथि कृष्ण संवाद, जयद्रध वध आदि विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया गया।
डॉ. आशु गोयल ने नववर्ष पर सभी को शुभकामानाएं दी और पूज्य स्वामीजी के सूत्रवाक्य गीता पढ़े, पढ़ाएं, जीवन में लाए को जीवन में निन्तर दृढ़ करने की प्रेरणा दी। सम्पूर्ण कार्यक्रम संयोजन अनुराग पाण्डेय, अरविन्द शर्मा, शिवेन्द्र मिश्र ने किया। कार्यक्रम का संचालन पूजा गोयल, कविता वर्मा ने किया। अंत में उत्कृष्ट कार्यां के लिए बच्चों व कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया गया।