शायर मुनव्वर राना ने बेटे तबरेज की गिरफ्तारी को लेकर शासन-प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।उन्होंने कहा- तालिबान को लेकर मेरे बयानों को मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया। इसे लेकर शासन-प्रशासन अब खुन्नस निकाल रहा है।मुनव्वर ने कहा कि तबरेज पर दर्ज केस में जो धाराएं हैं, उनमें गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं है और विवेचना भी कोर्ट की अनुमति के बाद होती है। मुनव्वर राना ने कहा कि रायबरेली पुलिस का रवैया कानून व संविधान से ऊपर है और न्यायपालिका का अपमान है।
#MunnawarRana का बेटा गिरफ्तार…प्रॉपर्टी के झगडे में खुद पर चलवाई थी गोली…सीसीटीवी फुटेज में गोली चलाने वाले के साथ दिख रहा है मुन्नवर राणा का बेटा l pic.twitter.com/mHcD5jK0nP
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) August 25, 2021
उन्होंने कहा कि केस में लगाई आईपीसी की धारा 307 को हाईकोर्ट ने निरस्त किया है, इसके बावजूद पुलिस ने बदला लेने वाली कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि मुनव्वर राना का उनके भाइयों के साथ जमीन विवाद चल रहा है। इसे लेकर 28 जून को रायबरेली में दो बाइक सवार युवकों ने राना के बेटे तबरेज पर हमला कर दिया था। तबरेज का कहना था कि जब तक उसने अपनी बंदूक निकाली तब तक दोनों मौके से भाग गए। इस मामले में तबरेज ने सदर कोतवाली में केस भी दर्ज कराया था।
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बता दें कि अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर शायर ने हाल ही में महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से की थी। उन्होंने कहा था ”इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। वाल्मीकि का जो इतिहास था, उसे तो हमें निकालना पड़ेगा न। हमें तो अफगानी अच्छे लगते हैं। वाल्मीकि को आप भगवान कह रहे हैं, लेकिन आपके मजहब में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है।” राना ने न्यूज नेशन पर पत्रकार दीपक चौरसिया से बात करते हुए कहा था कि वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है।