लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने सपा के प्रदेश कार्यालय पहुंच कर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उन्हें आगामी महीने में होने वाले पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) को लेकर जीत के टिप्स दिए, जिससे कि पंचायत के चुनाव में समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ आगे बढ़ सके।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) गुरुवार को अचानक सपा कार्यालय पहुंचे। उनके आने की भनक किसी भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता को नहीं थी। उन्होंने पार्टी कार्यालय पर सपाइयों को पंचायत चुनाव में मजबूती से लड़ने के टिप्स दिए।
जब सपा कार्यालय पर पहुंचे नेता जी..
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का प्रदेश कार्यालय पर अचानक आना यह कोई पहला वाकया नहीं। इससे पूर्व भी कई बार मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) बिना बताए समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय आ जाते हैं और पदाधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर उनसे चर्चा करते हैं।
मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के प्रदेश कार्यालय आने की भनक ना तो किसी समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी को थी और ना ही किसी कार्यकर्ता को। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनके दुख दर्द को साझा करने के साथ-साथ पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी की मजबूती के लिए उन्हें टिप्स दिए।
जहां एक तरफ राजनीतिक दल अपने कार्यक्रमों का जमकर सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। वहीं मुलायम सिंह यादव की चुनावी पाठशाला में मोबाइल फोन और कैमरे पूरी तरह से प्रतिबंधित थे, जिन पदाधिकारियों के साथ मुलायम सिंह यादव ने बैठक की उनके भी फोन ऑफ करा दिए गए थे, जिससे कि इस कार्यक्रम की तस्वीरें और वक्तव्य बाहर न जा सके।
नेता जी ने प्रदेश कार्यालय पहुंच कर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उन्हें आगामी महीने में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर जीत के टिप्स दिए, जिससे कि पंचायत के चुनाव में समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ आगे बढ़ सके।
मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पदाधिकारियों के साथ बैठक के सवाल पर समाजवादी पार्टी का कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बोलने से पूरी तरह से साफ इनकार कर रहा है। इससे पूर्व भी कई बार प्रदेश मुख्यालय में मुलायम सिंह यादव ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की। पदाधिकारी इन बैठकों के बारे में कुछ भी बोलने से पूरी तरह से बचते नजर आते हैं।