उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है, समाजवादी पार्टी हर दिन दूसरी पार्टियों के नेताओं को अपने दल में शामिल कर रही है। शनिवार को बसपा के विधायक मुख्यार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी व उनके बेटे को अखिलेश यादव ने सपा में शामिल करवाया। सिबगतुल्लाह के साथत ही अम्बिका चौधरी ने भी बसपा का साथ छोड़कर एकबार फिर से सपा का दामन थाम लिया, वह मुलायम सरकार में मंत्री थे।
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी सपा में शामिल, अखिलेश यादव ने दिलाई सदस्यता
सिबगतुल्लाह अंसारी ने अपने बेटे के साथ पार्टी की सदस्यता ले ली है।#SamajwadiParty #AkhileshYadav #Uttarakhand https://t.co/orAg2186i6
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) August 28, 2021
मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार विधायक रहे सिबगतुल्लाह की पार्टी में वापसी के बाद मुख्तार अंसारी के भी सपा में शामिल होने की उम्मीद है। बता दें कि मऊ जिले में अंसारी परिवार का दबदबा रहा है, पिछली बार भी उन्होंने सपा में अपनी पार्टी कौमी एकता दल का विलय करना चाहा पर अखिलेश ने मना कर दिया था।
बता दें कि अंसारी ब्रदर्स की समाजवादी पार्टी में अच्छी पकड़ है। दूसरे नंबर पर अफजाल अंसारी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी से सांसद हैं। जबकि छोटे भाई माफिया मुख्तार अंसारी मउ से बसपा से विधायक हैं। सिबगतुल्लाह अंसारी के साथ उनके समर्थक भी आज सपा कार्यालय पहुंचे थे।
मोदी सरकार ने जारी किया अमृत महोत्सव का पोस्टर, नेहरू को नहीं दी जगह, सावरकर शामिल
सिबगतुल्लाह अंसारी के साथ उनके बेटे मन्नू अंसारी ने अखिलेश यादव ने पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई। मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार विधायक रहे चुके मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की अलका राय से हारे थे। अंसारी परिवार पहले भी सपा का हिस्सा रह चुका है। इस परिवार ने कौमी एकता दल नाम से राजनैतिक पार्टी भी बनाई थी। 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले भी अंसारी परिवार ने कौमी एकता दल का विलय सपा में कर दिया था।