बारबंकी। डॉ. अलका राय ने कहा कि हमसे दो घंटे तक पूछताछ की गई है। कई सारे सवाल किए गए है हमने सभी सवालों का जवाब दिया हैं मुझे एक वोटर आईडी कार्ड दिखाया गया है लेकिन वो वोटर आइडीकार्ड मेरा नहीं है बल्कि उसपर फ़ोटो मेरा लगा हुआ हूं लेकिन हस्ताक्षर मेरा नहीं है। अलका राय ने कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है। मैं बेकसूर हूं।
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पंजाब के मोहाली स्थित कोर्ट में मऊ विधायक मुख्तार अंसारी की पेशी के दौरान इस्तेमाल की गई एंबुलेंस मामले (Mukhtar Ansari Ambulance Case) में जांच के लिए बाराबंकी पुलिस मऊ पहुंची है। पुलिस श्याम संजीवनी अस्पताल की डॉक्टर और भाजपा नेत्री डॉ. अलका राय से पूछताछ कर रही है।
बाराबंकी पुलिस टीम के साथ मऊ शहर कोतवाली की भी पुलिस भी मौजूद है। यह पूछताछ बंद कमरे में की गई। यह पूछताछ दो घंटे तक चली। एम्बुलेंस मामले (Mukhtar Ansari Ambulance Case) में डॉक्टर अलका राय के खिलाफ बाराबंकी में मुकदमा दर्ज है। पूछताछ के दौरान मऊ के शहर कोतवाली के श्याम संजीवनी अस्पताल में पुलिस मौजूद रही। पूछताछ करने आये अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने कहा कि साक्ष्य संकलन बाकी है और आगे अधिकारी बताएंगे।
बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद बाराबंकी पुलिस टीम पंजाब रवाना हो गई है। शाम तक टीम डेप्यूटी एसपी नवीन सिंह के साथ पुलिस टीमरोपड़ पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि एंबुलेसं को केस प्रॉपर्टी के तौर पर लेने के लिये पंजाब गई है बाराबंकी पुलिस।
क्या है मामला
दरअसल, बीते दिनों मुख्तार अंसारी को जिस एंबुलेंस के जरिए मोहाली कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया था, उसका रजिस्ट्रेशन श्याम संजीवनी अस्पताल बाराबंकी के नाम से फर्जी रुप से दर्ज कराया गया था। एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 है। यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का बयान है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है। अब इस मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। जांच के बाद अस्पताल की संचालक डॉ. अलका राय का नाम सामने आया था। एआरटीओ की तहरीर पर अलका राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।