मध्य प्रदेश के इंदौर में मुस्लिम चूड़ी वाले की पिटाई की मामला शांत भी नहीं हुआ अब यूपी के बरेली में भी भीड़ द्वारा एक युवक की बर्बर पिटाई का मामला आ गया। घटना बरेली के पुराने बस अड्डे की है, जहां किसी चोर ने देवेंद्र कुमार का मोबाइल और पर्स चुरा लिया, देवेंद्र का शक वहीं के साहिल नाम के युवक पर गया। साहिल को पकड़कर लोगों ने बुरी तरह से पीटना शुरु कर दिया, वहां जो भी थे सभी ने पीटा, एक युवक ने उसकी गर्दन पर पैर रख दिया।
भीड़ इस लड़के को जूतों-चप्पल से पीटने लगी। फिर सड़क पर घसीटकर मारने लगी।कुछ बाहुबलियों ने गर्दन पर ही पैर रख दिया।
सवालइस लड़के के मजहब या जु्र्म का नहीं है..सवाल ये है कि योगीराज में ये सबकुछ बरेली जैसे शहर में पुलिस के सामने हो रहा था।योगीजी काबुल छोड़कर बरेली की भी सुध लें ! pic.twitter.com/erx8wJ93dg
— Deepak Sharma (@DeepakSEditor) August 24, 2021
वहां मौजूद भीड़ बचाने के बजाय वीडियो बनाती रही, किसी ने पुलिस को खबर दी, मौके पर दो सिपाहियों को पहुंचने पर उस युवक की जान बच सकी। साहिल की तलाशी ली गई पर उसके पास कुछ नहीं मिला, पुलिस ने कहा- आरोपी युवक ने मोबाइल किसी और को दे दिया, जल्द मोबाइल बरामद कर लिया जाएगा।
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पकड़ने के बाद युवक के पैर बांधकर उसे अमानवीयता की सभी हदें पार करते हुए पीटा गया। आरोप है कि उसका दूसरा साथी पर्स और मोबाइल लेकर भाग निकला। पकड़े गए उचक्के को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। भीड़ ने जिस तरह कानून को हाथ में लिया और बेरहमी से युवक को पीटा, उसे किसी भी तौर पर सही नहीं ठहराया जा सकता है। अपराध तय करना और उसके लिए दंड देना न्यायपालिका का काम है। वैसे भी केवल शक के आधार पर भीड़ ने युवक को पकड़ा था।
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सवाल यह उठता है कि अगर उस नौजवान की भीड़ की पिटाई से मौत हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता। यह सब ऐसी जगह हुआ, जहां हर समय पुलिस पिकेट तैनात रहती है। बताया जा रहा है कि, शाहजहांपुर में रहने वाले देवेंद्र कुमार सोमवार 23 अगस्त की दोपहर रुद्रपुर जा रहे थे। इसी दौरान किसी ने उनका मोबाइल चोरी कर लिया। उसके कुछ देर बाद ही अतिशय नाम के युवक का पर्स चोरी हो गया। उसमें सात हजार रुपये थे।