लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभ उपलब्धता के उद्देश्य से शुरू ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों’ (Arogya Mela) का लोगों को खासा लाभ मिल रहा है। फरवरी, 2020 में शुभारंभ होने के बाद से अब तक आयोजित हो चुके 43 मेलों में 01 करोड़ 01 लाख 19 हजार से ज्यादा लोग इन मेलों (Arogya Mela) का लाभ ले चुके हैं।
इनमें से 1.54 लाख गंभीर रोगियों को उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर रेफर किया गया,जबकि 8.81 परिवारों को आयुष्मान भारत- गोल्डेन कार्ड (Ayuhman Bharat-Golden Card) भी मिला।
पहले मेले से लेकर बीते 08 मई को 43वें मेले में आमजन की बढ़ती भागीदारी से स्पष्ट है कि जाँच-उपचार, गोल्डेन कार्ड वितरण के साथ स्वास्थ्य योजनाओं की सहज उपलब्धता के कारण यह मेला आमजन में निरंतर लोकप्रिय रहा है। पूर्व के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला प्रदेश के सभी ग्रामीण एवं नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित किए गए थे।
सब करें विचार तभी तो होगा आरोग्य पर अधिकार
इन मेलों में स्वास्थ्य परीक्षण एवं विभिन्न जाँचों के साथ उपचार की सुविधायें दी गई थी। इसके अतिरिक्त गम्भीर रोगियों को सरकारी एम्बुलेंस से उच्चतर चिकित्सा केन्द्रों पर रेफर किया गया।
यही नहीं, इन स्वास्थ्य मेलों में कोरोना वायरस से बचाव के समस्त उपाय किए गए थे तथा मेले के माध्यम से जनसामान्य को कोरोना वायरस से बचाव के बारे में अवगत कराते हुए इसके सामान्य लक्षणों के बारे में भी बताया गया।