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यूपी में 16 लाख से ज्यादा बहनों ने की निःशुल्क यात्रा

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लखनऊ । रक्षाबंधन के पर्व पर अपने भाइयों की कलाई को सजाने के लिए घरों से निकली 16 लाख से ज्यादा बहनों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी रोडवेज की बसों में निःशुल्क यात्रा (Free Bus Travel) की सुविधा उपलब्ध कराई। पिछले वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने पूरे दिन यानी 18/19 की मध्य रात्रि से 19/20 की मध्य रात्रि तक 24 घंटे परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा का लाभ उठाया। इस दौरान प्रदेश सरकार ने महिलाओं को निःशुल्क यात्रा कराने के लिए 16 करोड़ रुपए से ज्यादा का व्ययभार उठाया। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार विगत कई वर्षों से रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान कर रही है। इस बार भी योगी सरकार ने 24 घंटे यात्रा की सुविधा प्रदान की, जिसका प्रदेश के प्रत्येक जनपद में महिलाओं ने लाभ उठाया। इस दौरान परिवहन निगम की ओर से महिलाओं की सुगम यात्रा के लिए 2,000 अतिरिक्त बसें भी उपलब्ध कराई गईं।

महिला यात्रियों ने की सीएम योगी की तारीफ

परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में प्रदेश भर में माताओं-बहनों को परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की व्यवस्था की गई। 18/19 की मध्य रात्रि से 19/20 की मध्य रात्रि तक 24 घंटों में कुल 16,01,649 महिलाओं को निगम द्वारा निःशुल्क यात्रा कराई गई। इस सुविधा का पूरा व्ययभार निगम द्वारा वहन किया गया, जो कि 16,25,95,910 रुपए रहा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के इस उपहार की प्रदेश भर में भूरि भूरि प्रशंसा की गई और जिन महिलाओं को इस सुविधा का लाभ मिला, उन्होंने इसे आगे भी जारी रखने की अपील की। उन्होंने बताया कि निःशुल्क बस सेवा की इस सुविधा ने महिलाओं के लिए रक्षाबंधन को खास बना दिया। सभी जनपदों में शांतिपूर्ण ढंग से पूरे उत्साह के साथ महिलाओं ने इसका लाभ उठाया। कहीं से भी किसी तरह के विवाद की कोई सूचना नहीं है।

24 घंटे मुस्तैद रहा परिवहन निगम और उसके कमर्चारी

एमडी मासूम अली सरवर ने बताया कि रक्षाबंधन के पर्व को देखते हुए परिवहन निगम की तरफ से अनेक व्यवस्थाएं की गई थीं। इस दौरान चालकों और परिचालकों को प्रोत्साहित करने के लिए 3 हजार रुपए तक का इंसेंटिव प्रदान किया गया, जबकि वर्कशॉप में काम करने वालों को भी 1200 रुपए का इंसेंटिव प्रदान किया गया। सारे ड्राइवर कंडक्टर वर्दी में रहे। कहीं कोई दुर्घटना नहीं हुई। ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में कोई ड्राइवर नशे में नहीं पाया गया।

महिलाओं के साथ कहीं कोई अभद्रता की सूचना नहीं मिली है। हमारे बस स्टेशनों पर महिलाओं के साथ ही समस्त यात्रियों के बैठने की, पीने के पानी की व्यवस्था की गई। सभी कर्मचारी पूरी तरह मुस्तैद रहे। महिलाओं को कहीं किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। परिवहन निगम के सभी कर्मचारी पूरे 24 घंटे मुस्तैदी से काम करते रहे।

2017 से 2024 तक परिवहन निगम ने महिलाओं को कराईं एक करोड़ निःशुल्क यात्राएं

योगी सरकार ने 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालते ही महिलाओं के हितों को देखते हुए इस सेवा की शुरुआत कर दी थी। 2017 में पहली बार इस सेवा के माध्यम से 11 लाख 16 हजार 332 महिलाओं ने निःशुल्क यात्रा की थी। तब प्रदेश सरकार पर 6 करोड़ 8 लाख 13 हजार 105 रुपए का व्यय भार आया था। इसी तरह, 2018 में 11 लाख 69 हजार 226 महिलाओं को निःशुल्क यात्रा कराने में सरकार ने 7 करोड़ 41 लाख 17 हजार 987 रुपए का खर्च वहन किया। 2019 में 12 लाख 4 हजार 85 महिलाओं ने निःशुल्क यात्रा की, जबकि सरकार पर 7 करोड़ 68 लाख 37 हजार 8335 रुपए व्यय भार वहन किया। 2020 में 7 लाख 36 हजार 605 महिलाओं ने निःशुल्क यात्रा की, जिस पर सरकार ने 4 करोड़ 82 लाख 48 हजार 521 रुपए का खर्च किया। 2021 में 9 लाख 63 हजार 466 महिलाओं के निःशुल्क यात्रा पर सरकार पर 8 करोड़ 90 लाख 98 हजार रुपए का व्यय भार आया। इसी तरह 2022 में 22 लाख 32 हजार 322 महिलाओं की यात्रा के लिए सरकार को 18 करोड़ 98 लाख 34 हजार 421 रुपए का खर्च वहन करना पड़ा। 2023 में 29 लाख 29 हजार 474 महिलाओं ने इस सुविधा का लाभ उठाया और सरकार ने इस पर 27 करोड़ 65 लाख 66 हजार 615 रुपए का व्यय भार आया।

नगरीय परिवहन ने भी रक्षाबंधन पर महिलाओं को कराई निःशुल्क यात्रा

परिवहन निगम के साथ ही सीएम योगी के निर्देश पर नगरीय परिवहन की बसों में भी रक्षाबंधन पर करीब 1.5 लाख महिलाओं को निःशुल्क यात्रा (Free Bus Travel) सुविधा का लाभ मिला। इस पर सरकार ने करीब 50 लाख रुपए का व्यवहार वहन किया। नगर विकास विभाग के तहत संचालित नगरीय परिवहन द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा के अनुसार, 18 अगस्त की मध्य रात्रि से 19 अगस्त की मध्यरात्रि तक 24 घंटे में कुल 1,44,634 महिलाओं ने सुविधा का लाभ उठाया।

उन्हें जीरो मूल्यांकन टिकट उपलब्ध कराया गया, जिसके एवज में सरकार ने 47,92,796 रुपए का खर्च वहन किया। योगी सरकार के निर्देश पर 15 शहरों में महिलाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई थी।

इसके अंतर्गत झांसी में 2217, प्रयागराज में 7700, कानपुर में 22,600, मेरठ में 15,189, गाजियाबाद में 5890, मुरादाबाद में 3393, बरेली में 2700, शाहजहांपुर में 5009, आगरा में 21,424, मथुरा में 6059, अलीगढ़ में 1991, लखनऊ में 24,924, गोरखपुर में 5390, वाराणसी में 17,828 और अयोध्या में 2300 महिलाओं को निःशुल्क यात्रा कराई गई।

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