श्रीनगर । पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में स्थानीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय में पेश होने के लिए पहुंची हैं। सूत्रों के अनुसार ईडी के अधिकारियों से महबूबा ने दिल्ली की बजाए श्रीनगर में पूछताछ करने का अनुरोध किया था। एजेंसी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) धन शोधन के एक मामले में बृहस्पतिवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुई।
अधिकारियों ने बताया कि मुफ्ती (Mehbooba Mufti) धन शोधन मामले में पूछताछ का सामना करने के लिए सुबह 11 बजे राजबाग में स्थित ईडी कार्यालय पहुंचीं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष (Mehbooba Mufti) सोमवार को दिल्ली में एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुई थीं। उन्होंने कहा था कि उनके पहले से ही कुछ कार्यक्रम हैं जिन्हें रद्द नहीं किया जा सकता। उन्होंने ईडी अधिकारियों से दिल्ली के बजाय श्रीनगर में ही पूछताछ करने का अनुरोध किया था जिसे मंजूर कर लिया गया।
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद एक साल से अधिक समय तक नजरबंदी में रहने के पश्चात 61 वर्षीय नेता को पिछले साल रिहा किया गया था। उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 19 मार्च को उन्हें दिए सम्मन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। उन्होंने अदालत से मामले में दिए सम्मन को रद्द करने की मांग की थी। ईडी ने उस समय उन पर व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए जोर नहीं दिया था। ईडी ने इससे पहले मुफ्ती को 15 मार्च को पेश होने के लिए कहा था।
मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने ईडी को लिखे पत्र में कहा, मैं आपको 22 मार्च को आपके दिल्ली कार्यालय में पेश होने के लिए जारी सम्मन के संदर्भ में लिख रही हूं। मैंने पीएमएलए (धन शोधन निवारण कानून) के अनुच्छेद 50 की संवैधानिक शक्तियों को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। पीडीपी नेता ने कहा था, मैं 22 मार्च को पेश होने की स्थिति में नहीं हूं क्योंकि मेरे पहले से कुछ कार्यक्रम हैं जिन्हें इतने कम वक्त में रद्द नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा, मैं श्रीनगर में खासतौर से अपने आवास पर या वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पूछताछ में शामिल होने के लिए तैयार हूं। इससे पहले, पीडीपी नेता दिल्ली में 15 और 23 मार्च को ईडी के सामने पेश नहीं हुई थी। उन्होंने ईडी से श्रीनगर में पूछताछ करने का अनुरोध किया था।
61 वर्षीय नेता, जिन्हें पिछले साल जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति के निरस्त होने के बाद एक साल से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया था, को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय में पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था।